हुआ यूं कि जब पटरी दुकानदार अपनी दुकानें फुटपाथ पर लगाने पहुंचे तभी बड़े दुकानदार ने विरोध शुरू कर दिया यही नही एक बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली, इस पूरे प्रकरण को लेकर नगर आयुक्त ने 10 सितंबर को अमीनाबाद क्षेत्र का दौरा किया था परंतु मामला अगले दो दिन के लिए टल गया अब देखना यह है कि नगर आयुक्त दोनों दुकानदारों के बीच किया मसलेहत करते है औए किस करवट ऊंट बैठेगा यह तो आने वाला समय बताएगा फिलहाल छोटे दुकानदारों के सामने परिवार चलाने का एक बड़ा मसला तो है ही,
बड़े दुकानदार नगर आयुक्त के आदेश को दिखा रहे ठेंगा नगर निगम जोन – एक के अधिकारी को प्रेषित पटरी दुकानदार वेलफेयर सोसाइटी अमीनाबाद के पत्र पर पटरी दुकानदारों की सहमति के साथ एक लेटर दिया गया जिसकी फोटो कॉपी व्हाट्सएप द्वारा अमीनाबाद के सारे दुकानदारों के पदाधिकारियों को भेज दिया गया, तदोपरान्त दो दिन पूर्व ही 10 सितंबर, 2020 को नगर आयुक्त द्वारा अमीनाबाद का दौरा किए जाने के बाद नगर आयुक्त ने दोनों पक्षो को सुनने के बाद ही आश्वासन दिया कि किसी के साथ अन्याय नहीं किया जएगा।
रोड पर कमाने वाला बड़ा तबका आया भुखमरी की कगार पर वेलफेयर सोसाइटी अमीनाबाद के अध्यक्ष मुनीष चौधरी ने बताया कि हमें 6 महीने बाद नगर निगम द्वारा पटरी दुकानदारो को लगाने के आदेश मिल गए हैं लेकिन यह बात बड़े दुकानदारों को हजम नहीं हो रही है यह हमारे विरोध में उतरे हैं जबकि हम सालों से यहां पर दुकान लगाते हैं अब हमारा बड़ा तबका जो भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है हमारे पास सिर्फ जहर खाने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
नगर आयुक्त ने सभी पटरी दुकानदारों को आश्वासन दिया है कि हम जल्दी इस मामले को सुलझा लेंगे कल बडें दुकानदारों ने एक जुलूस निकाला और प्रदर्शन भी किया था, जबकि यह दुकाने सालों से लगती चली जाती हैं जहां एक तरफ हम को जुलूस की अनुमति नहीं मिलती है वहीं दूसरी तरफ यह बड़े दुकानदार पुलिस के सामने जुलूस निकालते हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं लिया जाता है। स्थानीय पुलिस ने पूरे प्रकरण से अपना दामन बचाते हुए पूरा मामला नगर आयुक्त पर छोड़ दिया।