मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 (एन0एफ0एच0एस0-5) के परिणाम बताते हैं कि स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। कई मानकों पर हमारा प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। इस कार्य में भी हमें फाउण्डेशन का सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान उत्तर प्रदेश में फाउण्डेशन द्वारा सहयोग प्रदान किया गया। टेस्टिंग किट उपलब्ध कराना हो या जनपद गौतमबुद्धनगर, गोण्डा तथा प्रयागराज में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की स्थापना हो, इन सभी कार्यों में फाउण्डेशन द्वारा रचनात्मक सहयोग प्रदान किया गया। हम इसके लिए फाउण्डेशन के प्रति आभारी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में भारत के कोविड प्रबन्धन की सराहना पूरी दुनिया कर रही है। देश के सुदूर, दुर्गम तथा पहाड़ी क्षेत्रों में लोगों को कोविड टीका कवर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में 33 करोड़ से अधिक कोविड टीके लगाये जा चुके हैं। यह छोटी उपलब्धि नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने हाल के वर्षों में स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। पिछले 40 वर्षों से प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से अनेक मासूम बच्चों की असमय मृत्यु होती थी। अब इस बीमारी से असमय मृत्यु को 95 प्रतिशत तक नियंत्रित कर लिया गया है। इंसेफेलाइटिस सहित विभिन्न जल-जनित बीमारियों, कोविड प्रबंधन सहित लोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमें यूनिसेफ, डब्ल्यू0एच0ओ0, बिल एण्ड मिलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन और पाथ जैसी वैश्विक संस्थाओं से अच्छा सहयोग प्राप्त हुआ है। परस्पर सहयोग से आगे भी ऐसे प्रयास किये जाते रहेंगे।