scriptचुनाव प्रचार थमने के बाद मायावती के इस बयान ने बढ़ाई उनकी मुसीबत, भाजपा ने उठाया यह कदम | BJP big step against Mayawati post election campaign time over | Patrika News

चुनाव प्रचार थमने के बाद मायावती के इस बयान ने बढ़ाई उनकी मुसीबत, भाजपा ने उठाया यह कदम

locationलखनऊPublished: May 18, 2019 08:41:42 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

अंतिम चरण से पहले चुनाव प्रचार प्रसार खत्म होने के बाद भी बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती सोशल मीडिया के जरिए शब्दबाण चला रही हैं।

Mayawati

Mayawati

लखनऊ. अंतिम चरण से पहले चुनाव प्रचार प्रसार खत्म होने के बाद भी बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती सोशल मीडिया के जरिए शब्दबाण चला रही हैं। शनिवार को भी उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला, जिसको लेकर भाजपा ने उनकी शिकायत चुनाव आयोग से कर दी है। भाजपा ने बसपा प्रमुख मायावती के टि्वट पर प्रचार को लेकर चीफ इलेक्शन ऑफिसर, लखनऊ से शिकायत की है। भाजपा का आरोप है कि मायावती चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद भी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार करने में जुटी हुई हैं, जो सीधे तौर पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। वह इसके माध्यम से वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश की कर रही हैं।
ये भी पढ़ें- मिड डे मील में करोड़ो रुपयों के घोटाले का हुआ खुलासा, बीएसए का बाबू इतने लाख रुपये के साथ गिरफ्तार

मायावती ने कहा था यह-

मायावती ने सोशल मीडिया के जरिए शनिवार को सबसे पहले बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। उनके बाद उन्होंने पूर्वांचल को लेकर पीएम मोदी पर हमला किया। आपको बता दें कि पूर्वी यूपी की 13 सीटों पर ही रविवार को मतदान होने हैं।
https://twitter.com/hashtag/LokSabhaEelctions2019?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
मायावती ने इसको लेकर कहा कि पीएम मोदी का गुजरात माडल यूपी के पूर्वांचल की भी अति-गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन को दूर करने में थोड़ा भी सफल नहीं हो सका, जो घोर वादाखिलाफी है। मोदी-योगी की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास के बजाए केवल जाति व साम्प्रदायिक उन्माद, घृणा व हिंसा ही देश को दिया है, जो अति-दुःखद।
क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा?-

पूर्वांचल के साथ यह वादाखिलाफी व विश्वासघात तब हुआ है जब पीएम व यूपी के सीएम इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। योगी को तो गोरखपुर ने ठुकरा दिया है तो क्या ऐसे में पीएम श्री मोदी की जीत से ज्यादा वाराणसी में उनकी हार ऐतिहासिक नहीं होगी? क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा?
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो