भाजपा के कई वर्तमान सांसदों का टिकट कटना तय माना जा रहा है। इनकी जगह पार्टी युवा चेहरों को चुनाव लड़ा सकती है। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी अपने उन सांसदों को टिकट नहीं देगी जिनका परफार्मेंस खराब रहा है। बीजेपी के मौजूदा सांसदों में बीस अधिक सांसदों का टिकट कटना तय माना जा रहा है। वहीं इन सीटों पर कई नामों की चर्चा जोरों पर है जिनमें कुछ जैसे देवरिया से कलराज मिश्रा की जगह पार्टी शलभ मणि त्रिपाठी को, कानपुर से मुरली मनोहर जोशी की जगह राजनाथ सिंह के बेटे और नोएडा से विधायक पंकज सिंह व बहराइच से सांसद सावित्री बाई फूले की जगह किसी नए चेहरे को टिकट दिया जा सकता है।
पिछले दिनों पार्टी के कई दलित सांसदों ने पार्टी के खिलाफ बगावती सुर बुलंद किए थे। अब भाजपा इन सांसदों को भी बाहर का रास्ता दिखा सकती है। इन सांसदों पर पार्टी जहां भरोसा नहीं करना चाहती है तो वहीं ऐसी भी चर्चा है कि ये सांसद भी पाला बदल सकते हैं और बसपा या सपा का दामन थाम सकते हैं।
भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों में से 73 सीटों पर अपनी जीत का परचम लहराया था। इस बार यूपी में सपा-बसपा का गठबंधन हो जाने से भाजपा की राह आसान नहीं रह गई है। पिछले दिनों हुए लोकसभा उप चुनाव में गोरखपुर, फूलपुर और कैराना में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस हार से जहां भाजपा चिंतित है तो वहीं गठबंधन के हौसले इस जीत के बाद बुलंद हैं।