साइबर सेना के लिए बनाए जाएंगे WhatsApp और Facebook ग्रुप
भाजपा अपनी साइबर सेना को करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेगी। जिसके माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के लोगों के लिए WhatsApp और Facebook पर ग्रुप बनाकर तैयार किए जाएंगे। इन ग्रुपों में जितने लोग जुड़े होंगे वही भाजपा की साइबर सेना कहलाएगी। भाजपा की साइबर सेना के ग्रुप से विधानसभा और लोकसभा बार पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी जोड़ा जाएगा। इसी के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा सरकार और योग सरकार की उपलब्धियों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। इसके साथ ही भाजपा के आईटी विभाग ने भी सोशल मीडिया पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का अभियान शुरू कर दिया है।
दलित और ओबीसी से भाजपा करेगी मुकाबला
उत्तर प्रदेश में कुल मिलाकर 1 लाख 45 हजार बूथ हैं भाजपा इस बार इन बूथों के WhatsApp ग्रुप बनाकर उसका विस्तार करेगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि भाजपा ने इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में WhatsApp ग्रुप के माध्यम से प्रचार प्रसार करने से चुनाव की तैयारी के लिए बहुत मदद मिली थी। इसलिए अब सोशल मीडिया पर अपनी साइबर सेना बनाकर उसको अपना हथियार बना रही है। जिससे दलित और ओबीसी ने सोशल माडिया को अपना हथियार पहले से बना रखा है उससे मुकाबला कर सके। इसलिए अब दलित और ओबीसी से मुकाबला करने के लिए भाजपा साइबर सेना के माध्यम से सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाने की तैयारी कर रही है।
सोशल मीडिया के हथियार से विपक्षियों को सामना कराएगी भाजपा
भाजपा के आईटी विभाग ने सन 2019 के लिए भाजपा की साइबर सेना सोशल मीडिया के हथियार से विपक्षियों को सामना कराएगी। इसका लिए वह सोशल मीडिया के हथियार से प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा युवाओं के जवाब पाने के लिए Facebook और WhatsApp ग्रुप बना रही है। जिससे भाजपा को मालूम हो सके कि आज के युवा क्या चाहते हैं। इसी के साथ ही मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियों को बताई जाएंगी और आम मतदाता को भाजपा से जुड़े रहने के मंत्र दिए दिए जाएंगे। भाजपा ने सोशल मीडिया के माध्यम से विपक्ष पर वार करने के लिए इस प्रकार की रणनीति तैयार की है। जिससे 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षियों को हार का सामना कराया जा सके।
18 वर्ष के नागरिकों को वोटर बनाने के लिए जन जागरण
पार्टी प्रमुख संध्या राठौर ने कहा है कि भाजपा 18 वर्ष के नागरिकों को वोटर बनाने के लिए जन जागरण किया जाएगा। जिसके लिए सोशल मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। इसी के साथ ही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एसआर इंस्टिट्यूट के चेयरमैन पवन सिंह चौहान ने बैठक में सभी क्षेत्रों से लेकर की मंडल स्तर तक आईटी टीम का गठन किया जाएगा। जोकि 10 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा।