किसानों की स्थिति बदहाल अखिलेश ने कहा है कि भाजपा किसान विरोधी है। वे किसानों के लिए नहीं बल्कि अपने फायदे के लिए उनकी मदद कर रही है। गन्ना किसानों की स्थिति बदहाल है। समय से चीनी मिलें न चलने के कारण किसान का खेतों में खड़ा गन्ना सूख रहा है। उनका कहना है कि सरकार ने 27 नवंबर तक पेराई शुरू कराने का निर्देश दिया है, जो कि अक्टूूबर अंत तक हो जानी थी। लेकिन खेती किसानी से भाजपा का नाता न होने के कारण यह उसका प्रमाण है कि आज किसान परेशान है।
हर जगह किसान आंदोलित अखिलेश ने कहा कि बागपत, मुजफ्फरनगर तराई क्षेत्रों से लेकर पूर्वांचल तक हर ओर किसान आंदोलित व आक्रोशित है। वहीं अगर गन्ने के खाली खेतों की बात करें, तो कृषि विशेषज्ञों के अनुसार गेंहू की बुवाई हर साल 20 नवंबर तक हो जानी चाहिए। लेकिन अगर गन्ने का खेत ही खाली नहीं होगा, तो गेंहू कैसे बोया जाएगा। यह किसानों के लिए बहुत बड़ा नुकसान है। वहीं बड़े पैमाने पर विभागीय अधिकारी अपना कमी को छुपाने में भी कामयाब रहे हैं।
किसानों को बहला फुसला रही भाजपा सरकार भाजपा को किसानों की कोई चिंता नहीं है। उन्हें तो बस 2019 में होने वाले चुनाव की चिंता है। किसानों को बहलानो फुसलाने के लिए बस दावे किए जा रहे हैं। लेकिन किसान पर इसका असर नहीं हो रहा क्योंकि अब वो जान गया है कि हांथी के दांत खाने के कुछ और, दिखाने के कुछ और होते हैं।