प्रियंका की बोट यात्रा से पहले मायावती और अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि गठबंधन से वह यूपी की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने को स्वतंत्र हैं। जबर्दस्ती उत्तर प्रदेश में गठबंधन के लिए सीटें छोड़ने का भ्रम न फैलायें। राजनीतिक विश्लेषक सपा-बसपा के कांग्रेस पर हमलावर होने की वजह यूपी में कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता को मान रहे हैं।
प्रियंका का यूपी विजिट जहां सूबे के अखबारों और चैनलों की सुर्खियां बना, वहीं सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के साथ ही सपा-बसपा का ध्यान भी अपनी ओर खींचने में सफल रहीं। अपने पुरखों की धरती प्रयागराज से स्टीमर के काफिला के साथ वाराणसी की गंगा यात्रा पर निकलीं। जगह-जगह उन्होंने लोगों को संबोधित किया। सिरसा में गंगा घाट पर पहुंचते ही वह एम्बेस्डर छोड़कर तेज धूप, धूल और भीड़ के बीच पैदल ही गेस्ट हाउस के लिए चल पड़ीं।
प्रियंका के दौरे का शेड्यूल
17 मार्च को प्रियंका गांधी तीन दिवसीय यूपी दौरे पर लखनऊ पहुंचीं और दिन भर कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। चुनावी रणनीति पर चर्चा की। 18 मार्च को प्रयागराज से वाराणसी के अस्सी घाट तक उनकी 140 किमी लंबी गंगा यात्रा के लिए निकलीं। 20 को वाराणसी पहुंचेंगी। मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी और चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन करेंगी। इसके बाद वह मौलाना इस्माइल चिश्ती की मजार पर चादर चढ़ाने जाएंगी। 20 मार्च को वाराणसी पहुंचने से पहले अदलपुरा स्थित शीतला मंदिर जाकर दर्शन-पूजन करेंगी। वाराणसी सीमा में प्रवेश करने के साथ सबसे पहले गंगा तट पर स्थित शूलटंकेश्वर मंदिर में मत्था टेकेंगी।