राजधानी पहुंचे साक्षी महाराज ने कहा कि राम मंदिर के कारण ही वह राजनीति में आये हैं। ऐसे में अगर मंदिर नहीं बनेगा तो पॉलिटिक्स में रहने का उनका औचित्य क्या है। उन्होंने कहा कि मंदिर मामला सुप्रीम कोर्ट में है, जिस पर माननीय अदालत ने निर्णय सुरक्षित रखा हुआ है। मैं न्यायाधीश महोदय से आग्रह करूंगा कि वह निर्णय शीघ्र सुना दें, ताकि मंदिर निर्माण का काम शुरू किया जा सके है। साक्षी महाराज ने कहा कि इलाहाबाद में होने वाले महाकुंभ में देश के भर के साधु-संत इक्टठे होंगे। यहीं मंदिर निर्माण पर कोई बड़ा निर्णय लिया जाएगा। क्योंकि राम मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का प्रश्न है, इसे ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता।
मेढ़कों को तराजू में तौला नहीं जा सकता : बीजेपी सांसद
साक्षी महाराज ने कहा कि बीजेपी से मुकाबले को गठित हो रहा महागठबंधन सिर्फ एक ख्याली पुलाव है और कुछ नहीं। यह महागठबंधन नहीं महाठगबंधन है, जो कभी नहीं बन पाएगा। बीजेपी सांसद यहीं नहीं रुके, विपक्षी दलों की मेढ़कों से तुलना करते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि मेढ़कों को कभी एक तराजू में तौला नहीं जा सकता। इसलिये मेरा मानना है कि यह महागठबंधन बनने से पहले ही टूट जाएगा।
साक्षी महाराज ने कहा कि बीजेपी से मुकाबले को गठित हो रहा महागठबंधन सिर्फ एक ख्याली पुलाव है और कुछ नहीं। यह महागठबंधन नहीं महाठगबंधन है, जो कभी नहीं बन पाएगा। बीजेपी सांसद यहीं नहीं रुके, विपक्षी दलों की मेढ़कों से तुलना करते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि मेढ़कों को कभी एक तराजू में तौला नहीं जा सकता। इसलिये मेरा मानना है कि यह महागठबंधन बनने से पहले ही टूट जाएगा।
भगवान राहुल गांधी को सद्बुद्धि दे : साक्षी महराज
कांग्रेस अध्यक्ष को आरएसएस के कार्यक्रम में जाने की नसीहत देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि ईश्वर राहुल गांधी सद्बुद्धि दे, ताकि वह आरएसएस के कार्यक्रम में पहुंचे, जगहां अपनी बात रखें। कहा कि देश आरएसएस ही ऐसा संगठन है, जिसने देश को जोड़कर रखा है, वरना कब का टूट गया होता। कांग्रेस ने देश के तीन टुकड़े करने का काम किया है, जबकि आरएसएस ने देश को जोड़ने का काम किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष को आरएसएस के कार्यक्रम में जाने की नसीहत देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि ईश्वर राहुल गांधी सद्बुद्धि दे, ताकि वह आरएसएस के कार्यक्रम में पहुंचे, जगहां अपनी बात रखें। कहा कि देश आरएसएस ही ऐसा संगठन है, जिसने देश को जोड़कर रखा है, वरना कब का टूट गया होता। कांग्रेस ने देश के तीन टुकड़े करने का काम किया है, जबकि आरएसएस ने देश को जोड़ने का काम किया है।