मंत्रियों और पदाधिकारियों के कार्य की समीक्षा होगी
बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्रियों, राज्य मंत्रियों और स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों के काम काज व व्यवहार की समीक्षा की जाएगी। उनके काम से पार्टी को कितना लाभ हुआ इसका भी आंकलन किया जाएगा। बैठक के एजेण्डे में वर्ष 2019 के आम चुनाव को भी रखा गया है। उसमें प्रदेश के लिए रणनीति तय करने के लिए वरिष्ठ पदाधिकारियों की समिति गठित करने पर भी विचार किया जाएगा। यह समिति निगरानी रखेगी।
बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्रियों, राज्य मंत्रियों और स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों के काम काज व व्यवहार की समीक्षा की जाएगी। उनके काम से पार्टी को कितना लाभ हुआ इसका भी आंकलन किया जाएगा। बैठक के एजेण्डे में वर्ष 2019 के आम चुनाव को भी रखा गया है। उसमें प्रदेश के लिए रणनीति तय करने के लिए वरिष्ठ पदाधिकारियों की समिति गठित करने पर भी विचार किया जाएगा। यह समिति निगरानी रखेगी।
संघ के बड़े पदाधिकारी रहेंगे मौजूद
आगामी 26 जून को होने वानली समन्वय बैठक में संगठन व मंत्रिमण्डल में बदलाव को अन्तिम रूप दे दिये जाने की संभावना है। इस मुद्दे पर संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल व भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बेहद महत्वपूर्ण बैठक हो चुकी है। मुख्यमंत्री आवास पर दो घंटे से भी अधिक समय तक चली इस बैठक को इतना गोपनीय रखा गया था कि प्रदेश भाजपा के तमाम शीर्ष पदाधिकारियों को भी इसकी भनक नहीं लग पाई। अब कल होने वाली बैठक में भी संघ के बड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
आगामी 26 जून को होने वानली समन्वय बैठक में संगठन व मंत्रिमण्डल में बदलाव को अन्तिम रूप दे दिये जाने की संभावना है। इस मुद्दे पर संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल व भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बेहद महत्वपूर्ण बैठक हो चुकी है। मुख्यमंत्री आवास पर दो घंटे से भी अधिक समय तक चली इस बैठक को इतना गोपनीय रखा गया था कि प्रदेश भाजपा के तमाम शीर्ष पदाधिकारियों को भी इसकी भनक नहीं लग पाई। अब कल होने वाली बैठक में भी संघ के बड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
नए चेहरों की की गई पहचान
बैठक में मंत्रिमण्डल के कुछ पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों को स्थान दिए जाने के साथ-साथ अवध, कानपुर, गोरखपुर समेत पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्रियों के रिक्त पदों पर तैनाती की जाएगी। तैनाती के लिए भी चेहरों की पहचान कर ली गई है। समन्वय बैठक में इनपर केवल मुहर लगानी रह गई है। इसमें किसी भी प्रकार के सिफरिशों को नहीं सुना गया है।
बैठक में मंत्रिमण्डल के कुछ पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों को स्थान दिए जाने के साथ-साथ अवध, कानपुर, गोरखपुर समेत पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्रियों के रिक्त पदों पर तैनाती की जाएगी। तैनाती के लिए भी चेहरों की पहचान कर ली गई है। समन्वय बैठक में इनपर केवल मुहर लगानी रह गई है। इसमें किसी भी प्रकार के सिफरिशों को नहीं सुना गया है।
कमजोर मंत्रियों की सांसे रुकीं
इस बैठक में इस बात के भी संकेत मिले हैं कि उन मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है जिनके कारण सरकार और पार्टी की छवि धूमिल हुई है। ऐसे शक के घेरे में आए मंत्रियों की सांसें थम गई हैं। बताते हैं कि मुख्यमंत्री आवास पर दो दिन पूर्व हुई उच्चस्तरीय बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्रियों के साथ-साथ बाकी मंत्रियों के कामकाज की भी समीक्षा हुई। अब उस समीक्षा के रिजल्ट निकलने का वक्त आ गया है।
इस बैठक में इस बात के भी संकेत मिले हैं कि उन मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है जिनके कारण सरकार और पार्टी की छवि धूमिल हुई है। ऐसे शक के घेरे में आए मंत्रियों की सांसें थम गई हैं। बताते हैं कि मुख्यमंत्री आवास पर दो दिन पूर्व हुई उच्चस्तरीय बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्रियों के साथ-साथ बाकी मंत्रियों के कामकाज की भी समीक्षा हुई। अब उस समीक्षा के रिजल्ट निकलने का वक्त आ गया है।
भाजपा ने 15 जून तक दो चरणों में ग्राम स्वराज अभियान चलाया था। ग्राम स्वराज अभियान में एक महत्वपूर्ण पक्ष सामने आया। विकास कार्य व उसकी गुणवत्ता को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं उसकी जमीनी हकीकत कुछ और है। चूंकि यह अभियान आगे भी चलाया जाना है लिहाजा समन्वय बैठक में इसपर भी गम्भीर चिन्तन किया जाएगा। ऐसे झूठे आंकड़े पेशकरने वाले मंत्रियों की छुट्टी तय है।