17 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक सामाजिक सम्मेलन में जातियों को साधने की तैयारी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में एक बार फिर से भाजपा अपनी सरकार बनाने के लिए जातिगत वोटरों पर दांव लगाने जा रही है। इस सामाजिक कार्यक्रम के माध्यम से छोटी छोटी जातियों को पार्टी से जोड़कर उसे पार्टी के लिए वोटर बनाने का प्रयास कर रही है। इस कार्यक्रम में 17 अक्टूबर से सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा शुरुआत कराते हुए 27 अक्टूबर तक चलाने का प्लान है। हर जिले में एक प्रभारी मंत्री को इस कार्यक्रम में बुलाया जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा पर साधा निशाना इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि पहले की सरकारों में हमारे धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान कर्फ़्यू लग जाता था हर जिले में दंगे और हिंसा फैल जाती थी। हर जिले का मालिक दूसरे समुदायों में लोगों को बना दिया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब हर गरीब को अपनी छोटी छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए साहूकार के पास जाने की जरूरत नहीं है। हमारी सरकार सबको सम्मान से जीने का अधिकार दे रही है।
डिप्टी सीएम केशव दिनेश समेत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे मौजूद इस अभियान की शुरुआत के दौरान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य डॉ दिनेश शर्मा मौजूद रहे। इस कार्यक्रम की प्रभारी प्रियंका सिंह रावत को बनाया गया है। जिनकी ज़िम्मेदारी पूरे प्रदेश के हर जिले में जाकर सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलनों को पूरा कराने की है।