अटल बिहारी वाजपेयी जी की विशिष्ट पहचान थी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि निजी हित के बजाए अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रहित में काम किया, भारत के अंदर अटल बिहारी वाजपेयी एक राजनीतिक स्थिरता लेकर आए, उनके भव्य कद का सम्मान करने के लिए उत्तर प्रदेश की हर नदी में उनकी अस्थियां प्रवाहित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि ओजस्वी वक्ता और प्रखर सांसद के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी जी की विशिष्ट पहचान थी। भारतीय संसद की गौरवशाली परम्पराओं को समृद्ध करने के लिए अटल जी को सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार भी प्रदान किया गया था। प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने लोकसभा में लखनऊ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रदेश और अपने संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए अविस्मरणीय कार्य किए थे।
यहीं से पहली बार जीत कर वे लोकसभा पहुंचे थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का यूपी से गहरा नाता रहा है। जहां ग्वालियर उनका पैतृक जिला था तो वहीं कानपुर और लखनऊ उनकी कर्मभूमि थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से 1957 में लोकसभा का चुनाव लड़ा था और यहीं से पहली बार जीत कर वे लोकसभा पहुंचे थे। लखनऊ से अटल बिहारी वाजपेयी का गहरा नाता रहा है। वे लखनऊ से तीन बार लोकसभा का चुनाव लड़े और हर बार जीते। वे भारत के तीन बार प्रधानमंत्री रहे। शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नई दिल्ली में अंतिम संस्कार किया गया।