जल्दीबाजी में गलती तो नहीं कर रही पुलिस
गुरूग्राम स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न हत्याकांड में पुलिस ने जल्दीबाजी में स्कूल के बस ड्राइवर को हत्यारा घोषित कर मामले का खुलासा कर दिया था। लेकिन सीबीआई जांच में पुलिस ने स्कूल के एक छात्र को दोषी बनाया था।
लखनऊ के ब्राइटलैंड इंटर कॉलेज में 16 जनवरी को पहली कक्षा के छात्र ऋतिक (7) पर परिसर के अंदर बंद बाथरूम में हुए जानलेवा हमले में भी जल्दीबाजी की बू आने लगी है। पुलिस ने जिस आरोपी छात्रा को आरोपी बनाकर जुवेनाइल जस्टिस कोर्ट में पेश किया था, उसे 19 जनवरी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड से जमानत मिल गई। जमानत पर बाहर आई छात्रा ने अपने वकील और परिवार के साथ मिलकर पुलिस की थ्योरी पर सवाल खड़े कर दिए। उसने आरोप लगाया कि किसी और को बचाने के लिए उसे फसाया जा रहा है।
क्लास में लड़के थे इसलिए बाहर आ गई
आरोपी छात्रा ने स्कूल में हुई वारदात के दिन अपनी हर एक्टिविटी का खुलासा किया। छात्रा ने बताया कि वह 9.45 बजे तक उस दिन स्कूल पहुंच गई थी। लेकिन क्लास रूम में तीन-चार लड़के थे, इसलिए बाहर आकर साथियों का इंतजार करने लगी। उसकी दो-तीन दोस्त आई और बातें करने लगी। इसके बाद ड्रम बीट हुए और वह सभी असेंबली में चली गई। इसके बाद क्लास में आए और पहली क्लास की अटेंडेंस हुई और उसने मैथस की पूरा क्लास अटेंड की। छात्रा का दावा है कि वह स्कूल में आने से लेकर घर जाने तक किसी वारदात में नहीं शामिल हुई।
एक दिन बाद वारदात का पता चला
छात्रा का दावा है कि उसे 17 जनवरी को स्कूल में किसी छात्र पर चाकू से हमले की बात का पता चला था। कॉलेज प्रबंधन के लोगों ने ऑफिस में बैठकर पूछताछ की। मैडम ने उससे कई संदिग्ध चीजें उठवा कर टेबल पर रखवाई। छात्रा ने कहा कि उसे जानबुझ कर फंसाया जा रहा है। उसने पहले कभी पीड़ित उस छात्र को देखा तक नहीं है।
असली आरोपी के लिए हो सीबीआई जांच
छात्रा ने कहा कि लगातार कहा जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज में सब कुछ साफ हो गया है। लेकिन पुलिस व प्रबंधन ने कभी मुझे या परिजनों को फुटेज नहीं दिखाई। छात्रा के पिता का आरोप है कि पुलिस ने जांच में लीपापोती की है। मुझे जांच पर संदेह है। साक्ष्य मिटाए गए और पुलिस ने बच्ची के कपड़े फॉरेंसिक जांच के लिए नहीं लिए। ऐसे में असली आरोपी के पकड़े जाने के लिए सीबीआई जांच हो। ताकि निर्दोष को छोड़ा जाए और पीड़ित छात्र के असली आरोपी को पकड़ा जाए और उसे भी इंसाफ मिले।