उन्होंने कहा कि सपा ने कैराना से नाहिद हसन, धौलाना से असलम चौधरी, बुलंदशहर से हाजी यूनुस, मेरठ से रफीक अंसारी, लोनी से मदन भैया, साहिबाबाद से अमरपाल, स्याना से दिलनवाज को चुनाव में उतारा है। ये कौन लोग हैं? ये हिस्ट्रीशीटर, गैंगेस्टर और शातिर अपराधियों की सूची है। ये लोग विधानसभा में जाएंगे तो जनता के लिए क्या काम करेंगे? इसका जवाब अखिलेश यादव जी को देना चाहिए। सहारनपुर दंगों के आरोपी मास्टरमाइंड मोहर्रम अली पप्पू को पार्टी में शामिल कर वे प्रदेशवासियों को क्या संदेश देना चाहते हैं?
कहा कि सपा ने गुंडों और माफियाओं को मोदी और योगी सरकार के गरीब कल्याण के कार्यों पर ब्रेक लगाने के लिए टिकट दिया है। ये गरीबों के मकानों, दुकानों, उनकी जमीनें और बहन-बेटियों पर अत्याचार करने के लिए खुली छूट के साथ सत्ता में वापसी का सपना पाले हुए हैं। इनको समाजवादी पार्टी का खुला संरक्षण है।
कहा कि सपा ने गुंडों और माफियाओं को मोदी और योगी सरकार के गरीब कल्याण के कार्यों पर ब्रेक लगाने के लिए टिकट दिया है। ये गरीबों के मकानों, दुकानों, उनकी जमीनें और बहन-बेटियों पर अत्याचार करने के लिए खुली छूट के साथ सत्ता में वापसी का सपना पाले हुए हैं। इनको समाजवादी पार्टी का खुला संरक्षण है।
समाजवादी पार्टी गरीबों को मिल रहे राशन पर डाका डालने के लिए सत्ता में वापसी चाहती है। क्योंकि योगी जी की सरकार में इनकी डकैती पर रोक लगी है। ये वे लोग हैं जिन्होंने 2012 से 2017 तक हर उस काम में लूट और डाका डाला जो आज मोदी जी और योगी जी गरीबों के कल्याण के लिए कर रहे हैं।
समाजवादी गठबंधन के टिकट से आज हर सीट पर गुंडा, दंगाई चुनाव लड़ रहा है या फिर सारे गुंडे पर्दे के पीछे से गठबंधन के उम्मीदवार के समर्थन में हैं। ये सभी लोग कानून व्यवस्था के दुश्मन हैं। उन्होंने जनता से भी सवाल किया कि वह अपने दरवाजे पर असीम अरुण को देखना चाहते हैं या नाहिद हसन, हाजी यूनुस, रफीक अंसारी, मोहर्रम अली पप्पू को। आप कतई नहीं चाहेंगे कि दंगाइ, गुंडे आपके दरवाजे पर आएं।
कहा कि आपकी सुरक्षा, संरक्षा का जिम्मा ईमानदार सरकार ही दे सकती है, जो केवल भाजपा के राज में संभव है। गरीबों का कल्याण कोई कर सकता है तो वह केवल भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार ही कर सकती है। जो केंद्र में नरेंद्र मोदी व प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दमदारी से काम कर रही है।