script

मायावती की बड़ी कार्रवाई, अब तक 10 से ज्यादा नेताओं की पार्टी से की छुट्टी

locationलखनऊPublished: Nov 30, 2019 12:31:01 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

पार्टी विरोधी कार्य करने वाले बागी अफसरों के खिलाफ मायावती ने सख्त तेवर अपनाए हैं

मायावती की बड़ी कार्रवाई, 10 से ज्यादा नेताओं की पार्टी से की छुट्टी, घटी मेंबर्स की संख्या

मायावती की बड़ी कार्रवाई, 10 से ज्यादा नेताओं की पार्टी से की छुट्टी, घटी मेंबर्स की संख्या

लखनऊ. पार्टी विरोधी कार्य करने वाले बागी अफसरों के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने सख्त तेवर अपनाए हैं। यह वजह है पिछले कई दिनों में मायावती ने पार्टी से बगावत करने वाले व अनुशासनहीनता दिखाने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया है। इस लिस्ट में अब एक और नाम जुड़ गया है। मायावती ने शुक्रवार को लोकसभा प्रत्याशी रहे सीएल वर्मा की छुट्टी कर दी। सीएल वर्मा लोकसभा चुनाव 2019 में लखनऊ जिले के मोहनलालगंज सुरक्षित सीट से प्रत्याशी थे।
बसपा लखनऊ के जिलाध्यक्ष डॉ. हरिकृष्ण गौतम के अनुसार, लंबे समय से पार्टी विरोधी गतिविधि में लगे सीएल वर्मा को काफी चेतावनी दी गई। उन्हें अनुशासन में रहकर कार्य करने की भी हिदायत दी गई थी। लेकिन इसके बाद भी उनके आचरण में कोई सुधार नहीं आया। इसलिए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया।
zcad
बता दें कि सीएल वर्मा बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बेहद करीबी माने जाते हैं। वर्मा बसपा सरकार के कार्यकाल में नसीमुद्दीन सिद्दीकी के ओएसडी थे। प्रदेश सरकार में क्लास थ्री कर्मी से राजनीति में कूदने वाले वर्मा को बसपा ने अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त होने के आरोप में बसपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया।
एक महीने में कई लोगों को किया बाहर

बागी नेताओं के लिए मायावती ने सख्त तेवर अपनाए हैं। एक महीने में ही मायावती ने कई नेताओं की छुट्टी कर यह संदेश दिया है किसी भी प्रकार की लापरवाही व अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पिछले दिनों पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक राजेंद्र चौधरी, पूर्व विधायक जितेंद्र उर्फ नंदू चौधरी और पूर्व विधायक दूधराम को मायावती ने पार्टी से निष्कासित किया था।
सात अन्य नेताओं पर भी कार्रवाई

इससे पहले अन्य सात नेताओं पर भी बसपा सुप्रीमो ने बड़ी कार्रवाई की थी। पूर्व एमएलसी सुनील कुमार चित्तौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, पूर्व एमएलसी वीरू सुमन, पूर्व एमएलए कालीचरण सुमन, पूर्व जिलाध्यक्ष भारतेंदु अरुण, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. मलखान सिंह व्यास, और पूर्व जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह को बर्खास्त किया था।
घटी संख्या

कार्यकर्ताओं का निष्कासन व मायावती के सख्त तेवर पार्टी के अन्य लोगों को हजम नहीं हो रहा। बसपा में इसके विपरीत बसपा को छोड़कर सपा, भाजपा व कांग्रेस में शामिल होने वाले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। इसके साथ ही बसपा संगठन में आए दिन की अदला-बदली भी कार्यकर्ताओं के गिरते मनोबल का एक कारण माना जा रहा है।

ट्रेंडिंग वीडियो