लखन। बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर 2019 के चुनाव के लिए मोर्चा बनाने की अटकलों को गुरवार को उस समय विराम लग गया जब समाजवादी पीर्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश मुख्यालय पर बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह सरोज व एक दर्जन पूर्व विधायकों समेत 94 बसपा सरकार के पदाधिकारियों को सपा में शामिल कराया। इस मौके पर अखिलेश ने कहा कि अब तक बसपा के साथ मिलकर मोर्चा बनाने की बात करने वाले खुद तय कर लें कि आगे हम क्या करने वाले हैं।
मीडिया के सामने बसपा नेताओं को शामिल कराने के बाद सवालांे का उत्तर देते हुए अखिलेश ने कहा कि हमें तो आश्चर्य है कि उस पार्टी के लोग हमारे पर आरोप लगा रहे हैं कि हमनें किसानों की हंसी उडाई। अरे उस पार्टी के नेता जब राम रहीम के साथ फोटो खिंचवा रहे थे तब तो हमने उनकी खिल्ली नहीं उड़ाई, पर हां, अब जनता को जब मालूम होगा तो वह जरूर ऐसे नेताओं पर हंसेगी।
बसपा नेताओं को शामिल करने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि अब उनकी पार्टी किस तरह मजबूत हो रही है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। एक साथ बसपा के इतने ज्यादा नेता बसपा छोड़कर सपा में शामिल हो जाएं तो यह बड़े ही आश्चर्य की बात होगी। उन्होंने कहा कि यहां इनके बोलने और टीवी पर दिखने में कोई रोक नहीं है। सपा में लोकतंत्र है। यहां तानाशाही नहीं है कि अगर टीवी पर बोल दिए तो उसका जवाब देते घूम रहे हैं कि गलती हो गई। दो दिन बाद लखनउ में सपा का राज्य स्तरीय सम्मेलन होने जा रहा है। इस सम्मेलन में नए सदस्यों को ससम्मान बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में हर व्यक्ति का सम्मान किया जाता है। दूसरे दल की तरह नहीं कि एक कुर्सी पर बैठा और बाकी जमीन पर।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा 2019 के लिए अभी से तैयारी कर ही है। यही कारण है कि पार्टी का हर कार्यकर्ता पूरी ताकत से सपा को मजबूत करने में लगा हुआ है। यह पूछे जाने पर कि केशव मौर्या के इस्तीफे से खाली हुई लोकसभा फूलपुर सीट पर क्या इंद्रजीत सरोज को लड़ाया जाएगा, अखिलेश यादव ने कहा कि हम लड़ने पर नहीं जोड़ने पर विश्वास रखते हैं।
सपा में शामिल हुए इंद्रजीत सरोज काफी गदगद दिखे। बोले यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमें सपा में काम करने का मौका मिलेगा। उन्होंने अखिलेश की तारीफ में तमाम कसीदे कसे। उन्हें युवा और विकास पुरूस जैसे विशलेसण से अलंकरित किया। वे बोले में उन्हें भाजपा, कांग्रेस में शामिल होने के आफर आ रहे थे, लेकिन सपा मेरे विचारधाराओं से काफी मेल खाती थी तो हमने इस पार्टी में शामिल होने का फेसला किया और आगे आने वाले वक्त में इसके अच्छे परिणाम दिखेंगे।