मायावती ने सपा छोड़ 2019 चुनाव के लिए इस पार्टी से किया गठबंधन, सतीश चंद्र मिश्रा ने किया बड़ा ऐलान
सतीश चंद्र मिश्रा ने बड़़ा ऐलान करते हुए कहा है कि दोनों पार्टियों का गठबंधन 2019 चुनाव में भी जारी रहेगी।

लखनऊ. यूपी विधानसभा में मिली करारी शिकस्त के बाद मायावती अब दूसरे प्रदेशों में किस्मत आजमाने की तैयारी में हैं। कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में मायावती ने बड़ा कदम उठाया है जिसमें उन्होंने वहां की जनता दल सेक्युलर (जद-एस) से हाथ मिलाया है। इस बड़े गठबंधन की जानकारी बसपा प्रवक्ता सतीश चंद्र मिश्रा ने दी। उन्होंने बताया कि गठबंधन के तहत कर्नाटक के 224 सीटों में से 20 पर बसपा के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। यहीं नहीं 2019 चुनाव की लड़ाई की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है। सतीश चंद्र मिश्रा ने बड़़ा ऐलान करते हुए कहा है कि दोनों पार्टियों का गठबंधन 2019 चुनाव में भी जारी रहेगी।
2019 चुनाव में गठबंधन रहेगा जारी-
बसपा प्रवक्ता सतीश चंद्र मिश्रा व जनता दल सेक्युलर के दानिश अली ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा कि यह गठबंधन 2019 के लोकसभा चुनावों में भी जारी रहेगा। पार्टी 2019 में सरकार बनाने के लिए तैयारियों में जुटी है। यूपी की पूर्व सीएम और बसपा मुखिया मायावती ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए एचडी देवगौड़ा से हाथ मिलाया है। वहीं जद (एस) के दानिश अली ने कहा कि बसपा ने पहली बार उनके दल के साथ गठबंधन किया है। अब वे दोनों मिलकर कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। बताया जा रहा है कि 17 फरवरी को बेंगलुरु से चुनाव अभियान की शुरुआत की जाएगी जिसमें बसपा सुप्रीमो मायावती और एचडी देवेगौड़ा एक मंच पर साथ खड़े होकर जनता को सम्बोधित करेंगे।
सपा से नहीं होगा बसपा का गठबंधन-
सपा के साथ बसपा के गठबंधन की अटकले को भी आज विराम लगा दिया गया। बसपा प्रवक्ता सांसद सतीश चंद्र मिश्र ने इस बात की जानकारी देते हुए साफ कहा कि अभी सपा-बसपा गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं है जब ऐसी कोई बात आएगी तो देखा जाएगा। वहीं उन्होंने बसपा सुप्रीमो के फूलपुर से लोकसभा का उप चुनाव लड़ने की खबरों को भी उन्होंने सिरे से खारिज किया।
अखिलेश ने कहा- बुआजी से मेरे अच्छे संबंध-
हालांकि अखिलेश यादव ने एक बयान में बसपा से गठबंधन के संकेत दिए थे, लेकिन आशंकाएं कम होने की बात भी कही थी। उन्होंने कहा, " सभी विपक्षी दलों और उनके नेताओं के साथ मेरे अच्छे संबंध हैं। हम समाजवादी लोग हैं। सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं। हम हर किसी का साथ ले लेंगे। अगर आपके कहने पर तैयार हो जाएं तो हम उनका साथ ले लेंगे, लेकिन ऐसा होगा कैसे। समय आने पर पता चल जाएगा कि गठबंधन होगा की नहीं। मैंने बुआजी (मायावती) से बात नहीं की है, लेकिन उनसे भी मेरे अच्छे संबंध हैं।”
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