लोग चिंतित हैं- बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने गणतंत्र दिवस के मौके पर सभी को बधाई दी। उनके द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि यह शायद पहला मौका है जब गणतंत्र दिवस पर देश के आगे इतनी हिंसा, उग्रता व अव्यवस्था छायी है, जिससे लोग चिंतित हैं।
लोगों को ऐसी सरकार की जरूरत- उन्होंने आरोप लगाया कि इसके लिए भाजपा सरकार स्वयं दोषी है। सरकार की गलत जातिवादी, सांप्रदायिक नीतियों के कारण माहौल बिगड़ा है। इससे छुटकारा पा लेने को जनता सही समय पर निर्णय लेगी। देश को पूर्ण रूप से सर्वजन हिताय व सर्व जन सुखाय का कार्य करने वाली सरकार की जरूरत है।
69वें गणतंत्र दिवस पर आकलन करना चाहिए- मायावती ने कहा कि 69 वें गणतंत्र दिवस पर आकलन करना चाहिए कि इस अवधि में देश में गरीबी, बेरोजगारी, जातिवाद, जुल्म और ज्यादती कितनी दूर हो पायी है? आम जनता को समाजिक न्याय देने व आर्थिक समानता दिलाने का कितना संतोषजनक काम हो सका है? उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने धर्मनिरपेक्ष संविधान बनाया था, लेकिन आज इसे ही बचाए रखने की चुनौती देश की सवा सौ करोड़ जनता के सामने है।
इससे पहले मायावती ने अपने जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी’ वाले नरेंद्र मोदी जी इस बार गुजरात में बाहर होते-होते बचे हैं। गुजरात में अगर दलितों का 18 से 20 फीसदी वोट होता तो फिर वह बाल-बाल नहीं बच पाते। ऊना कांड ही मोदी को बेघर कर देता।