scriptमायावती ने ट्विटर अकाउंट में अपने नाम से हटाया ‘सुश्री’ | BSP mayawati Twitter account big change breaking news | Patrika News

मायावती ने ट्विटर अकाउंट में अपने नाम से हटाया ‘सुश्री’

locationलखनऊPublished: Feb 13, 2019 05:15:48 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने 7 फरवरी को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ट्विटर पर अपनी आधिकारिक एंट्री मारी, जो राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा का विषय भी बनी।

Mayawati

मायावती

लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने 7 फरवरी को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ट्विटर पर अपनी आधिकारिक एंट्री मारी, जो राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा का विषय भी बना। वह इसलिए भी क्योंकि मायावती हमेशा से ही हर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म से दूर रहीं है। वहीं उनके सहयोगी दल व प्रतिद्वंदी लगातार जमाने के हिसाब से ट्विटर व फेसबुक पर खूब एक्टिव हैं, लेकिन मायावती के अचानक सोशल मीडिया पर आने पर लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था। 80 हजार के करीब उनके फॉलोवर पहुंचने वाले हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन एकाएक उनके अकाउंट में आज बड़ा बदलाव कर दिया गया है।
मायावती के सोशल मीडिया ट्विटर अकाउंट का पूर्व में नाम सुश्री मायावती (@sushriMayawati) था, जो मंगलवार को बदल दिया गया। अब इस अकाउंट में मायावती के नाम से पहले सुश्री हटा दिया गया है। मायावती ने खुद इसका औपचारिक ऐलान एक ट्वीट के जरिए किया। उन्होंने कहा कि मेरा ट्विटर अकाउंट @SushriMayawati था, जो अब @Mayawati हो गया है। धन्यवाद। अचानक ऐसा बदलाव क्यों किया गया है, इसकी वजह अभी साफ नहीं हुई है।
https://twitter.com/SushriMayawati?ref_src=twsrc%5Etfw
कहां से हुई ‘सुश्री’ शब्द की शुरुआत

‘सुश्री’ का आशय है -अविवाहित स्त्रियों के नाम के पहले लगने वाला आदरसूचक और शिष्टतापूर्ण संबोधन। काफी पहले जाएं तो हिंदी के प्रसिद्ध कवि हरिवंशराय बच्चन ने एक पत्रकार को लिखे गए एक पत्र में इस तथ्य का जिक्र किया था कि हिंदी की प्रसिद्ध पत्रिका ‘पल्लव’ का संपादन कवि सुमित्र नंनद पंत के जिम्मे था। उस दौर में कई युवतियों की कविताएं छपने के लिए आती थीं। पंत काफी असमंजस की स्थिति में थे कि आखिरकार महिलाए विवाहित हैं या अविवाहित इसका पता कैसे लगाया जाए। वह इसलिए क्योंकि उस दौर में फोन भी कम ही थे, इंटरनेट की तो बात भूल ही जाइये। ऐसे में उन्होंने तय किया कि जिन महिलाओं के बारे में लिखा जाएगा। उनके नाम के आगे सुश्री जोड़ा जाएगा जो विवाहित व अविवाहित दोनों महिलाओं के लिए फिट बैठेगा।
बाद में अविवाहित महिलाओं के लिए ‘कुमारी’ शब्द का इस्तेमाल किया-

सुश्री शब्द अंग्रेजी भाषा के एक शब्द मिस (miss) से प्रेरित है, जो अविवाहत लड़कियों के लिए इस्तेमाल किए जाता है। वहीं आदमियों की अगर बात की जाए तो वो विवाहित हो या न हो, लेकिन उनके नाम के आगे सिर्फ एक शब्द मिस्टर (mr) लगाया जाता था। बाद में अविवाहित महिलाओं के लिए ‘कुमारी’ शब्द का इस्तेमाल किया गया तो वहीं विवाहित महिलाओं के लिए ‘श्रीमति’ शब्द का इस्तेमाल किया जाने लगा।
कुमारी व सुश्री शब्द है चलन में-

वहीं हाल के प्रचलन की बात करें तो अविवाहित के लिए सुश्री व कुमारी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है, तो वहीं विहावित महिलाओं के लिए ‘श्रीमती’ का इस्तेमाल देखा जाता है। बात बहुजन समाज पार्टी सु्प्रीमो मायावती की करें तो उनके ट्विटर अकाउंट पर सुश्री का इस्तेमाल किया गया था, जो वर्तमान में हटा दिया गया है। वैसे मायावती की प्रेस रिलीज, बसपा नेताओं के संबोधन व पोस्टर-बैनरों में उनके नाम के आगे सुश्री शब्द लगाने का चलन बेहद पुराना है। इसी से प्रेरित होकर मायावती के ट्विटर हैंडल में भी इसका इस्तेमाल किया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो