बसों की दुर्घटनाओं से भयभीत है जनता विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की तबियत खराब होने के कारण कल से सदनकी कार्यवाही के अधिष्ठाता के रूप में विभिन्न सदस्यों को आमंत्रित किया गया। आज भी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर ने सदन में अधिष्ठाता की भूमिका निभाई। इस दौरान सपा के विधायक ने सवाल उठाया कि रोडवेज की बसों से हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्या सरकार ने कोई कारगर योजना बनाई है। इसका जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार ने हर टोल प्लाजा और पेट्रोल पंपों में रोडवेज ड्राइवरों का चेकअप किया जाएगा। अगर कोई ड्राइवर शराब के नशे में पाया गया तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मौके पर कुछ एक्स्ट्रा ड्राइवरों की व्यवस्था भी रहेगी जो उस गाड़ी को नियत स्थान पर समूय से पहुंचा दें ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
गायों के मुद्दे पर बहिर्गमन समाजवादी पार्टी ने सरकार से उत्तर प्रदेश में गौ वंश के रख रखाव पर सवाल किया। इसका उत्तर जब सरकार ने देना शुरू किया तो सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि गायों और पूरे गौवंश का सरकार की ओर से किसी प्रकार का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नतीजा यह है कि समूचा गौवंश सड़कों पर है। खेतों में किसानों की लाठियां खा रहा है। गौ शालाओं का समुचित उपयोग भी नहीं किया जा पा रहा है और न ही उचित गौशालाएं यहां पर हैं। ऐसे में उन्होंने कहा कि गौवंश खतरे में है। यह कहते हुए सपा ने सदन का बहिर्गमन किया।
भूमिहीन किसानों को जमीन न मिलने पर कांग्रेस का विरोध कांग्रेस ने भूमि हीन किसानों को न्यूनतम भूमि उपलब्ध कराए जाने का मामला सदन में उठाया। कांग्रेस ने कहा कि लाखों की संख्या में भूमिहीन किसान जमीन न होने के कारण भुखमरी की कगार पर हैं। अगर सरकार उन्हें न्यूनतम भूमि उपलब्ध नहीं कराती है तो यह उस ग्रामीण जनता के साथ अन्याय होगा। इस पर सरकार ने जमीन उपलब्ध कराने का अश्वासन दिया, लेकिन कांग्रेस ने सरकार के इस अश्वासन पर मतभेद जताते हुए सदन का बहिष्कार किया।
पिछले सदन का वादा न पूरा होने पर फिर रो पड़े सपा विधायक समाजवादी पार्टी के विधायक कल्पनाथ पासवान आज फिर सदन में फूट फू ट कर रो दिए। उन्होंने पिछले सदन में अपनी आप बीती बताई थी कि अपने एक साल का वेतन बैंक से निकालकर वह अपने गृह जनपद अम्बेडकर नगर गए तो वहां एक होटल में ठहरे तो वहां के होटल मालिक ने उनका सामान गाड़ी से निकालकर कमरे में रखने के आदेश दिए। लेकिन जब सामान कमरे में आया तो वह रकम गायब थी। इस मामले को उन्होंने सदन के समक्ष जब पिछली बार उठाया तो सरकार ने आश्वासन दिया था कि सरकार इस पर गंभीर है और जल्द ही उनकी मदद की जाएगी। इस बार सदन को उन्होंने बताया कि न सरकार ने और न ही इलकाई पुलिस ने उन्हें मदद की। उन्होंने सदन से मांग की है कि वह उनकी लूटी हुई रकम वापस कराए। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी रकम उन्होंने जिंदगी मे पहली बार देखी थी और वह भी लुट गई।
बिहार के राज्यपाल फागू चौहान का सम्मान बिहार के राज्यपाल फागू चौहान का सम्मान सदन में किया गया। इसके लिए संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने प्रस्ताव रखा और उन्हें बधाई देते हुए बेहतर व उज्जवल भविष्य की कामान की। उनके साथ सपा और बसपा ने भी उन्हें सम्मानित करते हुए बधाई दी। फागू चौहान मायावती सरकार से लेकर कल्याण सिंह सरकार, राम प्रकाश गुप्ता सरकार और राज नाथ सिंह सरकार में मंत्री रहे हैं। वह पहला चुनाव 1985 में जीते थे। इसके बाद 1991, 1996, 2000, 2007 और 2017 में विधायक बने। इस बार 2019 में भी वह चुनाव जीते।