सीएए और एनआरसी से चाहिए आजादी रोज की तरह बुधवार को भी सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और लड़कियों ने शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) को वापस लेने की मांग की। हाथों में पोस्टर लिए महिलाओं ने सीएए और एनआरसी से आजादी के नारे लगाए। बीच-बीच में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कौमी तराना और राष्ट्रगान भी गाया।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर सरकार का रवैया ठीक नहीं है। इसलिए जबतक सरकार सीएए को वापस नहीं ले लेती और न ही एनआरसी को लेकर अपना इरादा ठीक करती है, तब ये प्रदर्शन जारी रहेगा। मुस्लिमों ने इस देश की आजादी के लिए सबसे ज्यादा कुर्बानियां दी हैं। लेकिन सरकार उन्हें अंधकार में धकेल रही है।
बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात घंटाघर के साथ-साथ लखनऊ के ही गोमतीनगर स्थित उजरियांव में भी सोमवार शाम बड़ी संख्या में महिलाओं और लड़कियों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए पुलिस ने उनसे प्रदर्शन खत्म करने को कहा, लेकिन महिलाएं डटी रहीं।