सीएए-एनआरसी (CAA-NRC) के विरोध में हुए प्रदर्शन में शामिल उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए योगी सरकार (Yogi Government) ने कमर कस ली है। बीते साल 19 और 20 दिसंबर को राजधानी लखनऊ में हुई तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है
CAA-NRC हिंसा के पांच आरोपियों की संपत्ति 16 को होगी नीलाम, नुकसान की भरपाई पर यूपी में पहली गिरफ्तारी
लखनऊ. सीएए-एनआरसी (CAA-NRC) के विरोध में हुए प्रदर्शन में शामिल उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए योगी सरकार (Yogi Government) ने कमर कस ली है। बीते साल 19 और 20 दिसंबर को राजधानी लखनऊ में हुई तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। गुरुवार को तीन आरोपियों की संपत्ति कुर्क की गई। इससे पहले मंगलवार को भी दो आरोपियों की संपत्ति कुर्क की गई थी। सभी कुर्क संपत्तियों की 16 जुलाई को नीलामी होगी। वहीं, इस मामले मे एक की गिरफ्तारी भी की गई है। अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती के कोर्ट से जारी रिकवरी सर्टिफिकेट के क्रम में यह पहली गिरफ्तारी है।
57 के खिलाफ जारी हुई थी नोटिस एसडीएम सदर शंभू शरण सिंह ने बताया कि सीएए विरोधी प्रदर्शनों में 57 लोगों के खिलाफ वसूली का नोटिस जारी किया था। सभी लोगों पर दोष साबित हो चुका है। लखनऊ में बाकीदर मोहम्मद कलीम की गिरफ्तारी हुई है। 21 लाख 76000 रुपये के बाकीदार मोहम्मद कलीम जानकीपुरम का रहने वाला है।
पांच पर कुर्की की कार्रवाई एसडीएम ने बताया कि अब तक पांच लोगों पर कुर्की की कार्रवाई की गई है। इनमें नफीस अहमद की खुर्रमनगर में वेल्डिंग की दुकान है। इसे सील कर दिया गया है। नफीस पर 64 लाख 35 हजार का बकाया है। नोटिस के बाद भी रकम न चुकाने पर प्रशासन ने दुकान कुर्क कर दी। इसके अलावा हसनगंज निवासी धर्मवीर सिंह की एनवाई फैशन स्टोर को कुर्क किया गया है। यह दुकान खदरा स्थित पक्के पुल के पास है। धर्मवीर पर 21 लाख 76 हजार रुपए की आरसी जारी की गई थी। इसी तरह बांसमंडी स्थित माहेनूर चौधरी की संपत्ति को भी कुर्क किया गया है।