उत्तर प्रदेश में बीते दिनों हुई हिंसा में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद यह आंकड़ा सदन में पेश किया। साथ ही स्पष्ट किया कि हिंसा और बवाल में मारे गये लोगों के परिजनों को सरकार कोई मुआवजा नहीं देगी। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा में मुख्यमंत्री ने सीएए के विरोधियों को घेरते हुए कहा कि गलतफहमी के शिकार न हों, क्योंकि कयामत का दिन कभी नहीं आएगा। कोई गलतफहमी का शिकार होगा तो उसका समाधान हम अच्छे से करना जानते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर इतना बवाल क्यों है? लोग क्यों देश की छवि खराब करना चाहते हैं? देश में आगजनी व तोड़फोड़ करके निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर वे लोग क्या चाहते हैं? इन्हें माफ नहीं किया जाएगा।
दंगों में हुई मौत पर मुआवजा नहीं
विधानपरिषद में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सरकार से पूछा था कि क्या हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार कोई मुआवजा देगी। जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में जो लिखित जानकारी दी है उसके मुताबिक व्यापक हिंसा के बावजूद पुलिस ने संयम बरता और बवालियों पर सीधे गोली नहीं चलायी। अब तक जो भी मौतें हुई हैं उनमें से एक को भी पुलिस की गोली नहीं लगी है। बल्कि दंगाइयों ने ही दंगाइयों को गोली मारी है।उन्होंने कहा कि आकस्मिक बवाल और दंगों में हुई मौत पर किसी भी तरह का मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है।
विधानपरिषद में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सरकार से पूछा था कि क्या हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार कोई मुआवजा देगी। जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में जो लिखित जानकारी दी है उसके मुताबिक व्यापक हिंसा के बावजूद पुलिस ने संयम बरता और बवालियों पर सीधे गोली नहीं चलायी। अब तक जो भी मौतें हुई हैं उनमें से एक को भी पुलिस की गोली नहीं लगी है। बल्कि दंगाइयों ने ही दंगाइयों को गोली मारी है।उन्होंने कहा कि आकस्मिक बवाल और दंगों में हुई मौत पर किसी भी तरह का मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है।
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