6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाया गया, कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उन पर आरोप है कि सूबे के सीएम की हैसियत से उन्होंने राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में कहा था कि अयोध्या में विवादित ढांचे को कोई नुकसान नहीं होने देंगे, लेकिन कारसेवा के दौरान विवादित ढांचे को ढहा दिया गया। इसके बाद कल्याण सिंह ने मामले की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
1992 में ढहाया गया था अयोध्या में विवादित ढांचा, इन पर चल रहा है मुकदमा
भाजपा में शामिल होते ही उठाया राम मंदिर का मुद्दाकल्याण सिंह नौ सितंबर को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। बीजेपी ज्वॉइन करते ही कल्याण सिंह ने राम मंदिर मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या मेें राम मंदिर निर्माण करोड़ों लोगों की आस्था का विषय है। वह इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन देश के राजनीतिक दलों को राम मंदिर पर अपना रुख स्पष्ट करें और बतायें कि वह मंदिर निर्माण के पक्ष में हैं या नहीं।