दो नवंबर को हिरासत में लिया था सिंचाई विभाग के अवर अभियंता रामभवन को सीबीआई ने बच्चों के यौन शोषण के मामले में दो नवंबर को हिरासत में लिया था। तीन दिन चित्रकूट के सीतापुर स्थित यूपीटी में रखकर उससे पूछताछ की गई और फिर चार नवंबर को प्रयागराज ले गई। मंगलवार को सीबीआई ने जेई की गिरफ्तारी बांदा से करते हुए आठ लाख रुपये, आठ मोबाइल फोन समेत कई उपकरण बरामद किए थे। 40 से भी कम उम्र में 50 से अधिक बच्चों और किशोरियों को अपनी हवस का शिकार बनाने वाले सिंचाई विभाग के अवर अभियंता रामभवन के गुनाहों का इतिहास लगभग एक दशक से भी ज्यादा पुराना है। पर्दाफाश होने का सिलसिला यहां साल 2012 में किशोरी की खुदकुशी से शुरू हुआ था। लेकिन सिंचाई विभाग की कमाई पानी की तरह बहा कर अवर अभियंता ने अपने को बचा लिया। दरअसल अपने परिवार को गुमराह कर अवर अभियंता ने कई बच्चों और किशोरियों के साथ न सिर्फ घिनौना खेल खेला बल्कि उनके वीडियो बनाकर उन्हें इंटरनेशनल साइट में अपलोड करके करोड़ों रुपये भी कमाए हैं।
पत्नी घर से नहीं निकली वहीं पति राम भवन की गिरफ्तारी की सूचना फैलते ही उसकी पत्नी दुर्गावती ने कर्वी स्थित किराए के घर में खुद को बंद कर लिया है। मकान मालिक ने बताया कि पिछले छह-सात वर्ष से जेई अपनी पत्नी के साथ यहां रह रहे हैं। वह बांदा जिले के नरैनी कस्बे में बाजार मोहल्ले के रहने वाले हैं। अब तक मुझे इनकी कोई शिकायत नहीं मिली। गिरफ्तारी की सूचना के बाद से पत्नी ने खुद को घर में बंद कर लिया है। बहतु कोशिश करने पर भी वह बात करने को राजी नहीं हुई। विभागीय लोगों के मुताबिक राम भवन की तैनाती कर्वी में 2009-10 में हुई थी। उसकी शादी 2004 में दुर्गावती देवी के साथ हुई थी।