उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता रिपोर्ट ने बढ़ाई टेशन, खून में मिले ये खतरनाक बैक्टीरिया, डॉक्टर ने किया पीड़िता के स्वास्थ्य को लेकर सबसे बड़ा खुलासा
रात में ही तैनात किए गए गनर उन्नाव दुष्कर्म कांड में सीबीआई ने 18 स्वतंत्र गवाह बनाए हैं। अभी तक गवाहों की सुरक्षा को लेकर कोई पहल नहीं की गई थी लेकिन रायबरेली में सड़क हादसे के बाद सर्वोच्च न्यायालय के कड़े रुख पर दुष्कर्म पीडि़ता और उसके परिवार की सुरक्षा में सीआरपीएफ लगाई गई है। पीडि़ता के तीनों वकीलों को भी यह सुरक्षा मिली है। सीबीआई ने जिन 18 लोगों को गवाह बनाया है, उनकी सुरक्षा के लिए गनर दिए जाएं। इस आशय का आदेश शुक्रवार देर शाम रात एसपी को मिला तो उन्होंने गवाहों की सूची लेकर तत्काल गनर का प्रबंध किया। एसपी एमपी वर्मा ने बताया कि 18 गवाहों को गनर दिए गए हैं, जिनकी रात में ही तैनाती के आदेश दिए हैं।उन्नाव रेप केस में आया एक नया मोड़, ट्रक ड्राइवर ने बदला अपना बयान, जब
CBI ने की पूछताछ तब किया असली कहानी का खुलासाइन 18 गवाहों की मिली सूची एेसा माना जा रहा है कि दुष्कर्म पीडि़ता के पिता का इलाज करने तथा पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी मुख्य गवाह हैं, ऐसे मेें उन्हें भी सुरक्षा मुहैया कराई जा सकती है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शनिवार तक डॉक्टरों की भी सुरक्षा तय की जा सकती है। आईजी एसके भगत के मुताबिक 18 गवाहों की सूची मिली थी, जिन्हें गनर देने के लिए एसपी को निर्देश दिया है।
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आरोपी चालक और क्लीनर का होगा नार्को टेस्ट वहीं जेल में बंद उन्नाव दुष्कर्म कांड की पीड़िता की कार दुर्घटना मामले में आरोपी ट्रक चालक व क्लीनर का नार्को, ब्रेन मैपिंग और ब्रेन फिंगर प्रिंट टेस्ट कराया जाएगा। विवेचनाधिकारी की अपील पर सीबीआई कोर्ट के प्रभारी न्यायिक मजिस्ट्रेट सुब्रत पाठक ने इसकी अनुमति दे दी। कोर्ट में अपील दाखिल करते हुए विवेचनाधिकारी सीबीआई के डिप्टी एसपी राम सिंह ने बताया कि इन टेस्ट के लिए ट्रक चालक आशीष पाल और क्लीनर मोहन श्रीवास ने बयान दर्ज कराकर सहमति दे दी है।