कैसे होंगी क्लासेस- यूपी में 2000 से ज्यादा सीबीएसई अफिलीएटड स्कूल हैं। यह सभी स्कूल क्लासेस के लिए टीवी, यू-ट्यूब चैनल, व्हाट्सएप और ऑनलाइन के दूसरे माध्यमों की मदद लेंगे। ऑनलाइन क्लासेस केवल 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान बंद स्कूलों के चलते ही दी जाएंगी। अब किस विषय की क्लास कब लगेगी और कौन सा चैप्टर पढ़ाया जाएगा, इसकी जानकारी स्कूल अपने छात्रों को मोबाइल पर मैसेज व ई- मेल जरिए भेज कर देगा। साथ ही छात्र-छात्राओं को कैसे पाठ्य सामग्री पहुंचाई जाए इसकी भी तैयारी की जा रही है। क्लासेस फोन-इन प्रोग्राम, स्टूडियो क्लास के माध्यम से दी जाएंगी। जो कई छात्र क्लास अटेंड नहीं कर पाता है तो वह उसे यू-ट्यूब पर देख सकेंगे। यहां अभिभावकों की जिम्मेदीर बढ़ेगी, क्योंकि हर दिन क्लासेस के वीडियो उन्हीं के मोबाइल पर भेजे जाएंगे। होमवर्क पूरी कराने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की होगी।
गाजियाबाद में भी कुछ स्कूलों ने बच्चों को पढ़ाने का फेसबुक और व्हाट्स एप्प फार्मूला निकाला है।
एक निजी स्कूल की प्रिंसिपल रिचा शूज बाकायदा ऑनलाइन सभी बच्चों को और फेसबुक के जरिए यह भी जागरूक करने का प्रयास कर रही है कि जहां पर आप रहते हैं अपने घर के दरवाजे खिड़की और अन्य सामान को भी किस तरह से वह सैनिटाइज करें और हर हाल में अपने घर के अंदर ही रहे रिचा सूद ने फेसबुक के जरिए बच्चों को कोरोनावायरस से बचाव के लिए तमाम जानकारी लगातार पहुंचा रही हैं।
एक निजी स्कूल की प्रिंसिपल रिचा शूज बाकायदा ऑनलाइन सभी बच्चों को और फेसबुक के जरिए यह भी जागरूक करने का प्रयास कर रही है कि जहां पर आप रहते हैं अपने घर के दरवाजे खिड़की और अन्य सामान को भी किस तरह से वह सैनिटाइज करें और हर हाल में अपने घर के अंदर ही रहे रिचा सूद ने फेसबुक के जरिए बच्चों को कोरोनावायरस से बचाव के लिए तमाम जानकारी लगातार पहुंचा रही हैं।