सीबीएसई की चेयरपर्सन अनीता करवाल ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि सीबीएसई के स्कूल अपना बेस्ट नहीं दे रहे हैं। आगामी वर्ष से सीबीएसई एग्जामिनेशन रिफॉर्मस की दिशा में बड़े बदलाव करने जा रहा है। इसमें परीक्षा से लेकर असेसमेंट तक का तरीका बदलेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सीबीएसई ने अपने बायलॉज में बदलाव किया हैं. अब सीबीएसई स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर की जगह एकेडमिक पार्ट पर अधिक ध्यान देगा. स्कूल की मान्यता के समय सीबीएसई, स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर राज्य सरकार से जारी एनओसी के बाद, अलग से जांच नहीं कराएगा। बता दें कि यूपी में पहली बार आयोजित सहोदया सम्मेलन में सीबीएसई चेयरपर्सन, सचिव, परीक्षा नियंत्रक समेत अन्य अधिकारी और देश भर से स्कूल प्रिंसिपल, टीचर शामिल हुए हैं.