लगभग 100 करोड़ की लागत से यहां वायरस सेंटर की शुरुआत इसी महीने की जानी है। संस्थान के निदेशक डॉ. तपस कुंडू के अनुसार, सेंटर के लिए जरूरी प्रयोगशाला बी एस एल -3 की स्थापना कर ली गई है, जिसमें जीवित वायरस (लाइव वायरस) पर काम होगा। संस्थान की कोशिश है कि इस रिसर्च सेंटर पर जल्द से जल्द काम पूरा हो और इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कराया जाए।
50-50 करोड़ का मिल सकता है अंशदान रिसर्च सेंटर के लिए राज्य सरकार व सीएसआइआर दोनों की सैद्धांतिक सहमति के साथ 50- 50 करोड़ का अंशदान मिलने की उम्मीद है। निदेशक डॉक्टर कुंडू ने बताया कि सेंटर में पूरी दुनिया के लिए विकट समस्या बने सार्स वायरस, कोविड-19 के साथ-साथ अभी तक चिकित्सीय जगत के लिए चुनौती बने जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) वायरस पर शोध किया जाएगा। जेई वायरस भी कोरोना की तरह आरएनए वायरस है। साथ ही डेंगू व अन्य वायरस पर भी अनुसंधान किया जाएगा।