बकरीद की तैयारियों के मद्देनजर एक ओर बाजारों में कुर्ता-पाजामा, टोपी, इत्र, ड्राई फ्रूट्स की बिक्री की होड़ नजर आई तो दूसरी ओर ईद से एक दिन पूर्व की आखिरी पैठ में खूब बकरे और दुंबे बिके।
ईद-उल-अजहा की नमाज आज पूरी अकीदत के साथ अदा की जाएगी।
ईद-उल-फित्र के करीब 70 दिन बाद मनाए जाने वाले इस त्योहार पर मुस्लिम नमाज पढ़ने के बाद बकरा, भेड़, दुंबे या अन्य जानवरों की कुर्बानी देते हैं।
कुर्बानी का सिलसिला अल-सुबह फज्र की नमाज के बाद शुरू हो जाएगा।
बकरीद की विशेष नमाज के लिए लखनऊ की ऐशबाग ईदगाह, आसिफी मस्जिद, टीले वाली मस्जिद और दरगाह शाहमीना शाह मस्जिद में बड़ी तादाद में नमाजियों के आने की उम्मीद है।
ईदगाह में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली, टीले वाली मस्जिद में मौलाना फज्ले मन्नान वाएजी, और आसिफी मस्जिद में मौलाना कल्बे जवाद ने नमाज की इमामत की।