इस बढ़ोतरी से सरकारी कर्मचारियों का DA 28 फीसद से बढ़कर 31 फीसद हो जाएगा। यानि अगर किसी व्यक्ति की बेसिक सैलरी 20000 रुपए महीना है तो उसे सालाना करीब 7200 रुपए का फायदा होगा।
बता दें कि सरकार ने इससे पहले जुलाई में केंद्रीय कर्मचारियों के DA बढ़ोतरी पर लगी रोक को हटाया था और उसमें बढ़ोतरी का ऐलान किया था। इससे DA की दर 17 फीसद से बढ़कर 28 फीसद हो गई थी। Covid Mahamari के कारण सरकार ने उनके महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी को रोक दिया था। यह रोक 1 जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक लगी थी। सरकार ने इस दौरान का Mehngai Bhatta Arrear भी देने से इनकार कर दिया है। हालांकि सरकारी कर्मचारी संगठन इसकी मांग कर रहे हैं।
किसकी बढ़ेगी कितनी सैलरी? सातवां वेतन आयोग की सिफारिश के मुताबिक, अगर आपकी बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है, तो DA में 3 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद आपकी तनख्वाह में 540 रुपये का इजाफा होगा, और अगर आपका मूल वेतन 25,000 है, तो आपको 750 रुपये प्रतिमाह का लाभ मिलेगा। इसी तरह यदि आपका मूल वेतन 50,000 रुपये है, तो आपको कुल वेतन में 1,500 रुपये प्रतिमाह की वृद्धि हासिल होगी, और अगर आपका मूल वेतन, यानी बेसिक सैलरी 1,00,000 रुपये है, तो महंगाई भत्ते में की गई 3 फीसदी वृद्धि के बाद कुल वेतन में 3,000 रुपये का इजाफा हो जाएगा।
दरअसल, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में छमाही आधार पर दो बार इजाफा किया जात है। बता दें कि कोरोना की वजह से लगातार तीन छमाही तक महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी नहीं की गई थी। इसके बाद जुलाई में महंगाई भत्ते में 11 फीसदी का इजाफा किया गया और कर्मचारियों को 17 की बजाए 28 फीसदी के हिसाब से महंगाई भत्ता दिया जा रहा था। अब तीन फीसदी बढ़ोतरी के बाद महंगाई भत्ता 31 फीसदी हो गया है। इसी तरह, महंगाई राहत भी बढ़कर 31 फीसदी हो गई है।