भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022 का उदघाटन राम लीला समिति के अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल और सचिव पंडित आदित्य द्विवेदी और मयंक रंजन ने दीप प्रज्जवलित कर किया। चैती महोत्सव की द्वितीय सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ मोहिनी द्विवेदी ने देवी गीत धीरे धीरे हो मैया धीरे धीरे से कर श्रोताओं को देवी दुर्गा की भक्ति से सराबोर कर दिया। इसी क्रम में मोहिनी ने अपनी खनकती हुई आवांज में चइती- कोयल तोरी बोलिया,
देश भक्ति - सीमवा पे करेला लड़ाईया हो, लोकगीत -पटना से बैदा बुलाई द, रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे, होली गीत कन्हैया घर चलो रे गुईया आज खेले होली और होली खेले रघुवीरा अवध में को सुनाकर श्रोताओं का दिल जीता। मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के बाद जूही कुमारी के नृत्य निर्देशन में पीहू, जूही, अंकित, अंशु, चन्द्रभाष सहित अन्य कलाकारों ने यह देश है वीर जवानों का और वंदेमातरम जैसे देश भक्ति गीतों पर नृत्य कर लोगों मे देशभक्ति की भावना जागृत की।
देश भक्ति से ओतप्रोत इस प्रस्तुति के उपरान्त आशुतोष द्विवेदी ने अपनी खनकती हुई आवाज मे मेरा रंग दे बसंती चोला देश भक्ति गीत से अपने कार्यकम की शुरुवात कर सूफी गीत तू माने या ना माने दिलदारा के साथ गजल मै हवा हूं को सुनाकर श्रोताओं की कंजूस तालियां बटोरीं। दिल को जीत लेने वाली इस पेशकश के बाद राज बोकारिया पोरबन्दर गुजरात के निर्देशन मे कलाकारों ने ढाल तलवार रास की आकर्षक प्रस्तुति देकर दर्शको को आश्चर्यचकित कर दिया। इसी क्रम में संस्कृति कारवां ग्रुप के कलाकारों ने अवधी लोक नृत्य की मनोरम छटा बिखेरी।
संगीत से सजे इस कार्यक्रम के उपरान्त अंकिता बाजपेयी ने बाजे अयोध्या में बधाई देखो जन्मे प्रभु राम पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शको को भगवान श्री राम की भक्ति के सागर में आकन्ठ डुबोया। इसी क्रम में निधि तिवारी के नृत्य निर्देशन मे येशु वर्मा, पर्णिका श्रीवास्तव और आध्या बिस्ट ने दुर्गे दुर्गे जय जय दुर्गे पर नृत्य कर भगवती देवी दुर्गा के नवो रूपों के दर्शन उपास्थित भक्तों को करवाए।