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अखिलेश-मायावती समेत इन दिग्गजों ने एक्सेप्ट किया अमित शाह का चैलेंज, बोले- जगह बताओ

locationलखनऊPublished: Jan 23, 2020 01:16:31 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

अखिलेश-मायावती ने स्वीकार की अमित शाह की चुनौती

अखिलेश-मायावती समेत इन दिग्गजों ने एक्सेप्ट किया अमित शाह का चैलेंज, बोले- जगह बताओ

अखिलेश-मायावती समेत इन दिग्गजों ने एक्सेप्ट किया अमित शाह का चैलेंज, बोले- जगह बताओ

लखनऊ. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की 24 घंटे पहले लखनऊ में दी गई चुनौती समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती ने स्वीकार कर ली है। बसपा प्रमुख ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर पर बहुजन समाज पार्टी बहस करने की चुनौती को किसी भी मंच पर व कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है। वहीं, अखिलेश यादव ने कहा कि वह भाजपा संग किसी भी मंच पर बहस को तैयार हैं, बशर्ते मुद्दा विकास का हो। बुधवार को राजधानी लखनऊ के बंगला बाजार के रामकथा पार्क में आयोजित रैली में अमित शाह ने कहा था कि सीएए के खिलाफ दुष्प्रचार हो रहा है। कहा जा रहा है इससे नागरिकता चली जाएगी। मैं आज आप सबके सामने कहने आया हूं। ममता दीदी, राहुल बाबा, अखिलेश या कोई विपक्ष का नेता, जिसमें भी हिम्मत है, चर्चा करने के लिए सार्वजनिक मंच ढ़ूंढ लो, हमारा दल आपके सामने चर्चा के लिए तैयार खड़ा है। सीएए की कोई भी धारा, मुसलमान छोड़ दीजिए, अल्पसंख्यक छोड़ दीजिए किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकती है तो वह साबित कर दीजिए।
अमित शाह की चुनौती के बाद उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश भर में चैलेंज पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। जदयू नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर गृह मंत्री अमित शाह को चैलेंज दिया है कि वे नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी लागू करके दिखाएं। कहा कि अगर उन्हें विरोध करने वालों की परवाह नहीं है तो फिर क्यों नहीं आगे बढ़कर सीएए और एनआरसी को लागू कर देते हैं? हैदराबाद से सांसद व एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अखिलेश, राहुल या ममता से नहीं अमित शाह मुझसे बहस करें। मैं नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी पर बहस करने के लिए तैयार हूं।
जब चाहें, जहां चाहें कर लें बहस : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब चाहे और जहां चाहे, विकास के मुद्दे पर मैं उनसे बहस करने को तैयार हैं। भाजपा हमको जगह और मंच बता दे, जहां वह चर्चा करना चाहते हैं, हम खुद ही वहां बहस के लिए पहुंच जाएंगे। लेकिन बहस का मुद्दा विकास होगा, नौकरियां होंगी, किसानों और नौजवानों के मुद्दे होंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार मुद्दों से भटकाने की राजनीति कर पूरे देश को जाति और धर्म के नाम पर बांटकर नफरत फैला रही है।
सीएए पर बीजेपी से बहस को तैयार बसपा
अमित शाह के चैलेंज पर ट्वीट करते मायावती ने कहा कि अति विवादित सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ पूरे देश में खासकर युवा व महिलाओं के संगठित होकर संघर्ष व आन्दोलित हो जाने से परेशान केन्द्र सरकार द्वारा लखनऊ की रैली में विपक्ष को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती को बसपा किसी भी मंच पर व कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है।

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठीं महिलाएं
नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए के खिलाफ लखनऊ समेत देश भर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे, जिसमें कई लोगों की जान गई थी। अब लखनऊ, प्रयागराज, आजमगढ़, अलीगढ़, कानपुर, देवबंद, इटावा और बरेली में करीब एक हफ्ते से मुस्लिम महिलाएं अनिश्चितकालीन धरना- प्रदर्शन कर रही हैं। कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं के प्रदर्शन पर कहा कि कुछ लोगों में इतनी हिम्मत नहीं है कि स्वयं आंदोलन करें, इसलिए घर की महिलाओं और बच्चों को चौराहों पर बिठा दिया है। उनके घर की महिलाएं चौराहे पर और पुरुष रजाई में शो रहे हैं। विरोध करने वाली महिलाओं को नहीं पता कि सीएए क्या है।

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