इस मौके पर सीएमओ ने कहा- मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के माध्यम से आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएँ उनके घर के समीप ही दी जा रही हैं | बीमारी के इलाज करने से बेहतर है उसका बचाव। इसलिए यदि बीमारी के बारे में समय से पता चला जाए तो इलाज बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा- इस इस मेले के माध्यम से गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श और जरूरी सेवाएं, परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के बारे में जानकारी देने के साथ ही उनके फायदे भी बताये जा रहे हैं। ओ.पी.डी. सेवाओं के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, दिमागी बुखार, कालाजार, फाइलेरिया एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और संदर्भन (रेफर) की सुविधाएँ दी जा रही हैं। साथ ही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) एवं मुख्यमंत्री आरोग्य अभियान की जानकारी देने के साथ ही गोल्डन कार्ड का वितरण किया जा रहा है।
डा. संजय भटनागर ने बताया- इन मेलों के द्वारा पूर्ण टीकाकरण, उसके बारे में परामर्श दिया जा रहा है। बच्चों में डायरिया व न्यूमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इसके अलावा कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उनके उपचार के लिए समुचित कार्यवाही की जा रही है । आरोग्य मेले का आयोजन कोरोना से बचाव के सभी प्रोटोकॉल्स के साथ किया जा रहा है। साथ में एंटीजन टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। आज आयोजित स्वास्थ्य मेले में कुल 6,779 मरीज पंजीकृत हुए, जिसमें पुरुष मरीज 2802, महिला मरीज 2992 व 985 बच्चे थे | इस अवसर पर 609 गोल्डन कार्ड बने।