वृक्षारोपण अभियान 2022 के तहत वन एवं पर्यावरण विभाग ने प्रदेश के 13 जनपदों में 25 नगर वन-नगर वाटिकाओं के सृजन की रणनीति बनाई है। इसमें गोरखपुर में रजही के अलावा आगरा के ककरेठा, झांसी के भगवंतपुरा, रायबरेली के भादोखार इकसाना और अमरोहा के सिहाली में नगर वन सृजित करने के लिए राष्ट्रीय वनीकरण एवं पर्यावरण विकास बोर्ड की मंजूरी भी मिल गई है। नगर वन के लिए वन के लिए केंद्र सरकार नेशनल कैम्पा के कॉरपस फंड से स्टेट फॉरेस्ट डेवलपमेंट एजेंसी प्रत्येक परियोजना के लिए दो-दो करोड़ रुपये देगी। यह धनराशि 4 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मिलेगी।
नगर वन के लिए गोरखपुर में स्थल बुढ़िया माता मंदिर व विनोद वन के निकट हैं। यहां वन विभाग का रेस्ट हाउस भी है। ऐसे में इसे शानदार इको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। 50 हेक्टेयर में नगर वन विकसित करने पर दो-दो करोड़ खर्च होंगे। गोरखपुर में स्वीकृत नगर वन योजना के अतिरिक्त गोरखपुर देवरिया मार्ग पर सूबा बीट में एक और नगर वन योजना का प्रस्ताव भी बनाया गया है। गोरखपुर में चिन्हित दोनों ही स्थल साखू और सागौन के जंगल हैं। इसे इस तरह विकसित किया जाएगा जिससे लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हो सकें।
वन क्षेत्रों को चाहरदीवारी एवं तारबंदी कराकर स्मृति वन, आरोग्य वाटिका, नक्षत्र वाटिका और हरिशंकरी वाटिका बनाई जाएगी। जैव-विविधता के लिए नगर वन में सभी प्रकार के सजावटी, झाड़ियां, बेलदार, औषधीय, पुष्प व फलों के पौधे लगाए जाएंगे। यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स, साइकिल ट्रैक, पाथवेज, आपेन जिम, जॉगर्स पार्क, बेंच समेत जनसुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।