हमेशा की तरह अध्यात्म, धर्म, दर्शन और वेद-वेंदात साहित्य की तलाश करने वाले पुस्तक प्रेमियों का एक बड़ा वर्ग मेले में पिछले दिनों से लगातार अपनी खोज और जिज्ञासा शांत करने में लगा रहा। मेले में धर्म, अध्यात्म, वेंदांत और दर्श्न-मनोविज्ञान की महत्वपूर्ण पुस्तकें मौजूद हैं। रेशनल थिंकर के स्टॉल पर स्टेफिन मेयर की रिटर्न ऑफ गोल्ड, उमज किया की इफ आई शुड स्पीक है। तो आईआरएच प्रेस इंडिया कंपनी के पास स्यूहो ओकावा की मोटीवेशनल बुक्स में रहस्य के नियम, आस्था के नियम और लक्ष्य के नियम सहित अनेक पुस्तकें हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन प्रभाग के स्टाल पर बेनाय के बहल की बुद्धिज्म, ड्वोशनल पोयट एंड मिस्टीक के अलावा महाभारत, रामायण, भागवत पर आधारित दर्शन व टीका की अनेक पुस्तकें इस स्टाल के अलावा अन्य स्टालो पर भी मौजूद हैं। बुकलैंड के स्टॉल पर ओशो की प्रेमयोग, राधेश्याम त्रिपाठी की श्रीमदभगवद गीता संग्रह सार-संग्रह, योगी अमृत कथा, परमहंस योगानंद की आटोबायोग्राफी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर शांतनु गुप्ता की एक योगी जिसने बदला उत्तर प्रदेश प्रमुख है।
परमहंस विवेकानंद वेदांत के स्टॉल पर चरित्र निर्माण से राष्ट्रनिर्माण, धर्मतत्व, जाति, संस्कृति और समाजवाद, व्यवाहरिक जीवन में वेदांत आदि प्रमुख पुस्तकें हैं। इसी तरह हिन्दी संस्थान के पास पीवी काणे की पुस्तक धर्म शास्त्र का इतिहास पांच खंडों में, राजबली पांडेय की हिन्दू धर्म कोश पुस्तकें हैं। सस्ता साहित्य प्रकाशन के स्टॉल पर विनय पत्रिका, महात्मा गांधी की गीता माता, बुद्ध और बौद्ध साधक पुस्तक प्रमुख है। इसके अलावा दुर्गासप्तशती सहित अन्य सामग्री मौजूद है। पुस्तक मेले के आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले का मंच पर औपचारिक समापन कल शाम 5 बजे होगा, जबकि मेला रात नौ बजे तक चलेगा।