बदलते मौसम का डबल अटैक लोगों के स्वास्थ पर पड़ रहा। खराब हवा का स्तर फेफड़े संबंधी रोगियों के लिए हानिकारक है। इसके अलावा शहर में डेंगू के डंक ने लोगों को परेशान कर रखा है। राजधानी लखनऊ में अब तक 19 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि पारे में गिरावट होने के साथ ही शहर की आबोहवा की क्वालिटी में भी गिरावट दर्ज की गई है। भारी बारिश से सड़कें खराब हैं। इसका भी असर एक्यूआई पर पड़ेगा।
प्रदूषण से निपटने के लिए एक्शन प्लान तैयार यूपी में प्रदूषण से निपटने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत 101 ऐसे शहरों को चिन्हित किया जाएगा, जहां प्रदूषण का स्तर ज्यादा है। इनमें यूपी के 15 शहर शामिल हैं।
इन शहरों में वायु प्रदूषण नियंत्रण की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए लघु अवधि के जिन उपायों को अपनाना है उन्हें तत्काल शुरू किया जाएगा।
प्रदूषण लेवल स्वास्थ्य पर प्रभाव 0-50 कोई दुष्प्रभाव नहीं 51-100 संवेदनशील लोगों को सांस लेने में हल्की तकलीफ। 101-150 सांस और दिल के मरीजों के लिए खतरनाक। 151-200 मध्यम प्रदूषित, आंखों में जलन, सांस में तकलीफ
201-300 ज्यादा प्रदूषित, दिल के मरीजों को परेशानी, सांस की बीमारी 300 प्लस अति प्रदूषित, घर से बाहर निकलने पर चेतावनी
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