इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाराणसी की उद्यमी शैलजा अरोड़ा और आगरा के अनुराग मित्तल से भी बात की। दोनों उद्यमियों ने कहा ओडीओपी योजना से आसान शर्तों पर उपलब्ध ऋण की मदद से हम लोग तकनीक रूप से सक्षम हुए हैं। इससे उत्पाद और उत्पादन दोनों में ही गुणात्मक सुधार हुआ है।
इससे पहले प्रदेश के एमएसएमई विभाग के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यह ग्लोबल फेयर, प्रधानमंत्री के ‘वोकल फ़ॉर लोकल’ की संकल्पना को साकार करने वाला है। इस वर्चुअल फेयर में 35 देशों के 1000 से अधिक खरीदार प्रतिभाग कर रहे हैं। प्रदेश के लगभग 700 शिल्पी और विक्रेता मेले में अपनी स्टाल लगा चुके हैं। इस संख्या में इजाफा जारी है। उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश के उद्यमियों के लिए ग्लोबल अवसर है। मंत्री ने कहा कि ओडीओपी योजना मुख्यमंत्री जी की अभिनव सोच का प्रतिबिंब है। इसने क्षेत्रीय विशेषताओं को वैश्विक पहचान दी है। उद्योग संगठन फिक्की की चेयरपर्सन संगीता रेड्डी जी ने कहा कि ओडीओपी की परिकल्पना बेहतरीन है। इसके प्रोत्साहन के लिए जो प्रयास हो रहे हैं, वह अत्यंत सराहनीय है। वर्चुअल फेयर से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स को लाभ होगा। फिक्की इस आयोजन को सिर्फ पांच दिन ही नहीं, बल्कि पूरे एक साल जारी रखेगा।
कोविड काल में सुस्त बाजार की मार से परेशान लघु उद्यमियों हस्तशिल्पियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वर्चुअल बाजार’ का उपहार दिया है। ऑनलाइन ओडीओपी मेले में घर बैठे ही उद्यमियों के उत्पाद स्थानीय उपभोक्ताओं के साथ सात समंदर पार से भी खरीदार आ रहे हैं।