और बेहतर करने की जरूरत सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निजी, सहकारी और चीनी निगम के मिलों की बीते पेराई सत्र के गन्ना मूल्य भुगतान की जानकारी ली। सभी चीनी मिलों पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपए गन्ना मूल्य बकाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले दो सालों में गन्ना मूल्य का अच्छा भुगतान हुआ है। इसे और बेहतर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का अभी जो मूल्य बकाया है, उसे अलग-अलग किश्तों में अगस्त महीने तक पूरा भुगतान हो जाना चाहिए। उन्होंने स्थानीय नौजवानों को गन्ने के जूस के कारोबार के साथ जोड़ने पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए ऋण मुहैया करवा कर नौजवानों को रोजगार के साधन देने का काम भी किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में हो जाएंगी 122 चीनी मिलें सीएम योगी ने कहा कि गन्ना विकास सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की बजाए सड़कों को नए सिरे से बनाए। जिससे कई साल तक सड़क न टूटे। बनाने वाले से कम से कम पांच साल की गारंटी लें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गन्ना किसानों और सरकार के लिए एथनॉल का उत्पादन फायदेमंद साबित होगा। अभी प्रदेश में 119 चीनी मिलें चल रही हैं। अगले साल तीन चीनी मिलें और चल जाएंगी। जिससे उत्तर प्रदेश में 122 चीनी मिलें हो जाएंगी। मुख्यमंत्री ने बंद पड़ी गडौरा चीनी मिल के लिए रास्ता निकालने के निर्देश दिए हैं।
किसानों को न हो कोई परेशानी सीएम ने कहा कि गन्ना किसानों को समय से पर्ची मिलनी चाहिए। इस बार किसानों को कोई परेशानी न आएं। उन्होंने कहा कि गन्ने का सर्वे बेहतर होना चाहिए। जिससे हम गन्ना किसानों को समय से पर्ची मुहैया करवा सकें। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में जो भी चीनी मिलें 700 और 1200 टीडीसी क्षमता वाली हैं, उन सभी चीनी मिलों की क्षमता बढ़ाकर 5000 टीडीसी पर लाया जाए। अगले तीन साल में इसका अपग्रेडेशन होना चाहिए। धुरियापार चीनी मिल पर कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए गए हैं।