ये भी पढ़ें – इस आदेश का नहीं कर रहे पालन, प्रशासनिक अधिकारियों में मचा हड़कंप
बता दें कि सीएम योगी के गुरूवार शाम को 10 ऐसे अफसरों की सूची मिली थी जो समय से कलेक्ट्रेट में उपस्थित नहीं रहते है। जब उनकी उपस्थिति की जांच की गई तो उसमें भी लापरवाही सामने आई। जिसको लेकर ही सीएम योगी द्वारा उन पर कार्यवाही की गई है। अब देखना ये होगा कि योगी आदित्यनाथ के इस आदेश का प्रदेश के अफसरों पर कितना असर करता है।
इस कार्यवाही से अफसरों में मचा हड़कंप
जांच करने वाले अफसरों का कहना है कि ये सभी अधिकारी सुबह 9:30 बजे अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इसके साथ ही सीएम योगी ने सख्त आदेश जारी किए है कि जो भी अधिकारी समय से कार्यलय में मौजूद नहीं मिलते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिलाधिकारियों के कार्यालय के अलावा एसएसपी और एसपी के ऑफिसों का भी औचक निरीक्षण किया गया। यह औचक निरीक्षण डीजीपी ऑफिस द्वारा कराया गया, जिसमें 6 एसएसपी व एसपी गैरहाजिर मिले। उनको भी सीएम योगी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सूत्रों के अनुसार बता दें कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस तरह औचक निरीक्षण रोजाना करने के निर्देश से प्रदेश के सभी जिलों के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।
ये भी पढ़ें – सीएम के साथ राज्यपाल का पहला दौरा, ‘पौधरोपण महाकुंभ’ का शुभारंभ, रोपे गए 22 करोड़ पौधे
सुबह 9 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचने का समय निर्धारित
सीएम योगी आदित्यना ने सुबह सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी व एसपी को सुबह 9 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचने का समय निर्धारित किया हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कई जिलाधिकारी समय से कलेक्ट्रेट नहीं पहुंच रहे हैं। जिससे लोगों को डीएम से मिलने के लिए कई घंटे से अधिक का इंतजार करना पड़ रहा है। कई फरियादी अपनी फरियाद लेकर आते, लेकिन जनता दरवार में जिलाधिकारी की गैरमौजूदगी से उन्हें मायूस होकर वापस जाना पड़ता है और जब कलेक्ट्रेट में लोगों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है तो वह अपनी समस्या का समाधान पाए बिना ही निराश होकर घर लौट जाते हैं। एसी स्थिति में योगी सरकार पर कई सवाल खड़े किए जा रहे है कि इस सरकार में तो कोई अधिकारी समय से ही दफ्तर नहीं आता है तो लोगों की समस्याएं कैसे सुलझेंगी।