उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया जाए कि गढ़मुक्तेश्वर से लेकर काशी तक गंगा में किसी भी प्रकार का कचरा अथवा अपशिष्ट नहीं गिरे। सीएम योगी ने ‘नमामि गंगे’ प्रोजैक्ट की समीक्षा करते हुए कहा कि इसके तहत सभी स्वीकृत परियोजनाओं को पूरा करने के लिए रणनीति बनाकर काम किया जाए।
बता चले कि सीएम योगी ने बुधवार को कानपुर की टैनरीज की शिफ्टिंग, अमृत, स्मार्ट सिटी एवं नमामि गंगे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रयाग में अगले साल लगने वाले कुम्भ मेले के मद्देनजर गंगा की साफ-सफाई का बंदोबस्त करते हुए निर्मल जलधारा सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि दिसम्बर, 2018 से फरवरी-मार्च, 2019 तक यह सुनिश्चित किया जाए कि गंगा में निर्मल जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। उन्होंने प्रमुख सचिव नगर विकास/प्रोजेक्ट डायरेक्टर, यूपीएसआरसीए को इस परियोजना के तहत होने वाले कार्याें में तेजी लाने के निर्देश दिये, ताकि इन्हें समय से पूरा किया जा सके।
सीएम ने राजधानी लखनऊ के रिवरफ्रंट को लेकर पर्यावरण की अनुमति शीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने अयोध्या एसटीपी के विषय में भी जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिये। साथ ही ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत चल रही 30 परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। लखनऊ में हुई बैठक के दौरान सीएम को जाजमऊ कानपुर स्थित टेनरी इकाइयों को शिफ्ट किये जाने के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव पर्यावरण द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में इस क्षेत्र में 264 टैनरी उत्पादनरत हैं, जबकि 136 टैनरियां बन्द या डिस्मैण्टल हो चुकी हैं।