ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने एमएसएमई इकाइयों को दिया 2,505.58 करोड़ का लोन, कहा- आज का युवा नौकरी देने वाला लोगों को जागरूक करें- सीएम योगी ने संवाद करते हुए कहा कि गांव-गांव में जेई/एईएस एवं अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिये विशेष सफाई, स्वच्छता एवं फॉगिंग अभियान चलाएं। शुद्ध पेयजल की आवश्यकता के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करें। कोराना से बचाव के लिये हर वयस्क का टीकाकरण कराने में पूरा सहयोग दें। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 27 जून से निगरानी समतियों को कोरोना लक्षणयुक्त बच्चों की पहचान करने और उनको विशेष कोरोना मेडिसिन किट का किया जाना है। इस काम को तेज गति से करने में ग्राम प्रधान बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
ये भी पढ़ें- यूपी में तीन माह में सबसे कम आए कोरोना मामला, एक दिन में 208 हुए संक्रमित ग्राम प्रधानों की दी शुभकामनाएं- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को उनके सफल कार्यकाल के लिये शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि प्रदेश में कोरोना को नियंत्रित करने में उनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जन-जन तक सरकार की योजनाओं और वैश्विक महामारी से बचाव के लिये किये गये प्रयासों से प्रदेश ने कोरोना को नियंत्रित करने में उल्लेखनीय सफलता पाई है। उन्होंने पत्र के माध्यम से ग्राम प्रधानों को बताया है कि मार्च 2020 से कोरोना वैश्विक महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल निर्देशन में प्रदेश सरकार ने टेस्टिंग व उपचार की व्यवस्थाओं को बढ़ावा देकर कोरोना को नियंत्रित करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा है कि इस कार्य में ग्राम पंचायतों में गठित 60569 निगरानी समतियों की भी अहम भूमिका रही है। निगरानी समितियों से जुड़े 4 लाख से अधिक सदस्यों ने 79,512 से अधिक गांवों में पहुंचकर लक्ष्णयुक्त व्यक्तियों की पहचान व समय से दवाओं का वितरण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं। कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिये नगरानी समितियों का राज्य सरकार की रणनीति का महत्वपूर्ण भाग रहा है।