उद्योग पति पियूष अग्रवाल बताते हैं कि उद्यमियों की संस्था राउंड टेबिल इंडिया Round table india के फूड एटीएम शहर में बनाए जा रहे हैं। उसमें रेस्टोरेंट वाले अपना बचा हुआ खाना वहां जमा करते हैं और वह शहर के गरीब लोगो को निशुल्क बाटा जाता है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि शहर की सड़कों पर हजारों ऐसे लोग रात गुजारते हैं, जिनको भूखे पेट ही सोना पड़ता है। आगे से ऐसा न हो, इस खातिर प्रदेश सरकार की ओर से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) को जुटाया गया है। कहा है, शादी-समारोहों के अलावा बड़े होटलों और रेस्टोरेंटों में अक्सर बड़ी मात्र में खाना बच जाता। वह व्यर्थ चला जाता है। इस खाने को जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाए, ताकि उनका पेट भरा जा सके।
पियूष अग्रवाल ने बताया कि एनजीओ की मदद से होटलों और रेस्टोरेंट में बचने वाले खाद्य पदार्थो का बेहतर इस्तेमाल हो, इसपर काम शुरू किया है। होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन से संपर्क कर रहे हैं। बचे खाने का संकलन किया जाएगा। फिर इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए एनजीओ की मदद लेंगे।