बताया जा रहा है कि गौतमबुद्धनगर में होमगार्ड कार्यालय में जिस समय आग लगी उस समय कार्यालय में होमगार्डों के वेतन में हुए लाखों के घोटाले की जांच हो रही थी। होमगार्ड कार्यालय में जांच के दौरान आग लगी है। जहां पर बक्से में रखे सभी कागजात जलकर खाक हो गए। एसएसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि सोमवार रात में आग केवल एक बक्से में ही लगी है। 2014 के बाद के मस्टर रोल उस बक्से में रखने की बात सामने आ रही है व केवल वही अभिलेख जले हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बक्शे में सारे अभिलेख थे जिले जलाकर खत्म दिया दिया गया जिससे जांच के दौरान कोई सबूत न मिले।
मंगलवार सुबह विभाग की तरफ से पुलिस अधिकारियों को आग की जानकारी दी गई। आग कैसे लगी या लगाई गई इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। उधर, मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरूण कुमार सिंह ने कहा कि मंगलवार सुबह के समय ही आग की जानकारी मिली है। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं है।
7 लाख से अधिक पकड़ा गया फर्जी भुगतान
मालूम हो कि एसएसपी वैभव कृष्ण से जुलाई माह में एक होमगार्ड ने फर्जीवाड़ा कर होमगार्डो के डयूटी का फर्जी मस्टररोल तैयार कर भुगतान की शिकायत की थी। एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी विनीत जायसवाल ने प्राथमिक जांच शुरू की। केवल मई व जून माह की शहर की सात कोतवाली की हुई जांच में ही बड़े स्तर पर डयूटी के मस्टररोल में गड़बड़ियां मिली थी, 7 लाख से अधिक फर्जी भुगतान पकड़ा गया।
इसेक साथ ही फर्जी मस्टररोल तैयार कर हुए भुगतान में करीब 50 फीसद से अधिक फर्जी डयूटी पकड़ी गई थी, जबकि कोतवाली में काम करने वाले होमगार्ड की फर्जी मस्टर रोल बनाने में फर्जी मोहरों के इस्तेमाल की बातें भी सामने आई थी। जिसके बाद एसएसपी ने इस प्रकरण की शिकायत शासन स्तर पर की थी। फर्जीवाड़े की जांच के लिए शासन स्तर से एक कमेटी गठित की गई थी व उस कमेटी ने भी जांच की। 13 नवंबर को इस प्रकरण में कोतवाली सूरजपुर में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई थी। इसके बाद से ही पुलिस जांच कर रही है।