ये भी पढ़ें- शुरू हुआ आजादी का ‘अमृत महोत्सव’, सीएम योगी ने कहा- वर्तमान पीढ़ी को स्वतंत्रता आंदोलन से कराया जाएगा रूबरू प्रतिभा का उपयोगा विकास लाने में हो रहाः सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी ने चयनित अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के युवाओं को पारदर्शी और सुचितापूर्ण तरीके से नियुक्ति पत्र देकर उनकी प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ प्रदेश के विकास के लिए ले पाने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान सभी नियुक्त किए गए अभ्यर्थियों से पूछा कि कही उन्हें सिफारिश करने की आवश्यकता तो नहीं पड़ी? या किसी अधिकारी, नेता या मंत्री या उनके घरों के लोगों ने आपसे पैसे तो नहीं वसूले? जवाब में सभी ने ‘नहीं’ कहा। सीएम ने बिना किसी दल के नाम लिए हुए कहा कि चार साल पहले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की गरिमा दांव पर लगी रहती थी। जो नियुक्रियों होती थी उनमें जाति, क्षेत्र, मत और मजहब देखा जाता था। धनबल व बाहुबल का भरपूर दुरुपयोग किया जाता था। उन परिस्थियों में नियुक्तियों में पारदर्शिता होना एक कपोल कल्पना ही थी, लेकिन, आज ऐसा नहीं है। सभी चयन आयोगों से पारदर्शी तरीके से अभ्यर्थियों का चयन हो रहा है। सरकार ने पहले ही निर्देश दे दिए थे कि यदि पक्षपात या भ्रष्टाचार हुआ तो सख्त कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी ने चयनित अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के युवाओं को पारदर्शी और सुचितापूर्ण तरीके से नियुक्ति पत्र देकर उनकी प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ प्रदेश के विकास के लिए ले पाने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान सभी नियुक्त किए गए अभ्यर्थियों से पूछा कि कही उन्हें सिफारिश करने की आवश्यकता तो नहीं पड़ी? या किसी अधिकारी, नेता या मंत्री या उनके घरों के लोगों ने आपसे पैसे तो नहीं वसूले? जवाब में सभी ने ‘नहीं’ कहा। सीएम ने बिना किसी दल के नाम लिए हुए कहा कि चार साल पहले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की गरिमा दांव पर लगी रहती थी। जो नियुक्रियों होती थी उनमें जाति, क्षेत्र, मत और मजहब देखा जाता था। धनबल व बाहुबल का भरपूर दुरुपयोग किया जाता था। उन परिस्थियों में नियुक्तियों में पारदर्शिता होना एक कपोल कल्पना ही थी, लेकिन, आज ऐसा नहीं है। सभी चयन आयोगों से पारदर्शी तरीके से अभ्यर्थियों का चयन हो रहा है। सरकार ने पहले ही निर्देश दे दिए थे कि यदि पक्षपात या भ्रष्टाचार हुआ तो सख्त कार्रवाई होगी।
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309 पदों पर निकाली गई थी भर्तियां-
उत्तर प्रदेश में 12 वर्षों बाद खंड शिक्षा अधिकारियों की नियुक्ति हुई है। दरअसल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारियों के लिए 309 पदों पर विज्ञापन निकाला था, जिसमें से 271 सफल घोषित हुए। खंड शिक्षा अधिकारी 2019 की मुख्य परीक्षा में 271 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए थे। खंड शिक्षा अधिकारी 2019 की मुख्य परीक्षा 6 दिसंबर, 2020 को आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में कुल 4182 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
309 पदों पर निकाली गई थी भर्तियां-
उत्तर प्रदेश में 12 वर्षों बाद खंड शिक्षा अधिकारियों की नियुक्ति हुई है। दरअसल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारियों के लिए 309 पदों पर विज्ञापन निकाला था, जिसमें से 271 सफल घोषित हुए। खंड शिक्षा अधिकारी 2019 की मुख्य परीक्षा में 271 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए थे। खंड शिक्षा अधिकारी 2019 की मुख्य परीक्षा 6 दिसंबर, 2020 को आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में कुल 4182 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।