सीएम योगी ने सूबे में अक्सर हड़ताल करने के साथ ही धमकी देने वाले कर्मचारी संगठनों को बेहद सख्त लहजे में चेतावनी दी ऐसे लोगों के पेंच कसते हुए कहा है कि प्रदेश में अब डंडे व झंडे से दबाव बनाकर नहीं, काम करके ही व्यवस्था चल सकेगी। उन्होंने कहा कि संगठन का मतलब ट्रेड यूनियन नहीं होना चाहिए।
संवाद से निकलेगा रास्ता- योगी आदित्यनाथ ने वाणिज्य कर अधिकारियों के वार्षिक अधिवेशन में अधिकारियों की मांगें प्रस्तुत कर घोषणा करने के आग्रह पर कहा कि संघर्ष का रास्ता अपनाने में समस्याएं तो खड़ी ही होंगी, जबकि हर रास्ता संवाद से ही निकलेगा। सीएम योगी ने जीएसटी को लेकर भी व्यापारियों के साथ परस्पर विश्वास कायम करने के लिए कहा कि हमें इस तरह संवाद स्थापित करना चाहिए कि टैक्स चोरी रुके। व्यापारी अपने आप जीएसटी से जुड़ें और वन नेशन, वन टैक्स की कॉन्सेप्ट को अपनाए। उन्होंने आगे कहा कि व्यापारियों से जुड़ी समस्याओं का समाधान निकालने के लिए हमें कोशिशें करनी चाहिए। हमारे और व्यापारियों के बीच में बेहतर समन्वय और विश्वास स्थापित होना चाहिए।
कई प्रदेशों में 5वां वेतन ही लागू, यहां मिल रहा 7वां वेतन का फायदा- सीएम योगी ने आगे कहा कि यूपी में हमने 7वां वेतन आयोग सभी संवर्गों के लिए सफलता पूर्वक लागू किया है जबकि कुछ प्रदेशों में अब तक 5वां वेतन आयोग ही लागू है। हम प्रदेश की जनता के उत्थान के लिए लगातार काम कर रहे हैं। राजस्व की नजर से देखा जाए तो आपकी बहुत बड़ी भूमिका है। इस साल आपको 71 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया है और मुझे भरोसा है कि अगर पूरी निष्ठा से काम किया जाए तो यह एक लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा।