मुख्यमंत्री योगी ने औचक निरीक्षण के बाद लाॅकडाउन की समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के काम को सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए और गति प्रदान की है। विभिन्न श्रेणी के कोविड अस्पतालों की स्थापना, वहां डॉक्टरों सहित हर स्तर के प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता, दवा एवं संक्रमण से बचाव वाले उपकरणों की व्यवस्था के साथ-साथ अन्य रोगियों के लिए टेलीमेडिसिन के द्वारा चिकित्सीय परामर्श तथा इमरजेंसी सेवाओं का संचालन कराया जा रहा है।
नियमित संवाद और सम्पर्क के माध्यम से प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को सफल बनाए रखने के लिए मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक सभी जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों से नियमित संवाद कायम रखें। उन्होंने ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में सेनिटाइजेशन कार्य को सतत् जारी रखने के निदेर्श भी दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि होम क्वारंटीन व्यवस्था की सफलता के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए तथा इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य का फीडबैक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कामगारों व श्रमिकों को नियमित खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए युद्ध स्तर पर राशन कार्ड बनाए जाएं। यदि किसी कामगार/श्रमिक का बैंक खाता निष्क्रिय हो गया हो तो प्रशासन ऐसे खातों को अविलम्ब सक्रिय कराएं, ताकि ऐसे लोगों को भरण-पोषण भत्ते की धनराशि मिल सके। सीएम योगी ने निगरानी समितियों को सक्षम बनाने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि ये समितियां घरेलू और राजस्व सम्बन्धी विवादों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकतीं हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भूसा बैंक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और पशुओं की ईयर टैगिंग करने के काम को भी तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही टिड्डी दल से बचाव के सभी प्रबंध करने और लोगों को जागरूक करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को सफल बनाए रखने के लिए मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी व एसपी से नियमित संवाद कायम रखने के निर्देश भी दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस, पीएसी, फायर सर्विस और रेलवे पुलिस के कर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जाएं। साथ ही कहा कि भविष्य में जब भी नियमित ट्रेन सेवा प्रारम्भ होगी, तब यात्रियों की स्कैनिंग करने के लिए कार्ययोजना अभी से तैयार कर ली जाए। अभी तक विभिन्न राज्यों से कामगारों/श्रमिकों को लेकर 1337 ट्रेनें प्रदेश आई हैं, 104 ट्रेनें रास्ते में हैं। 208 ट्रेनों को रिसीव करके गोरखपुर स्टेशन पूरे देश में सर्वाधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन रिसीव करने वाला स्टेशन बना है।