बता दें कि इस प्रकरण में 9162 बोरियों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का खाद्यान्न कालाबाजारी के उद्देश्य से गोदाम में संग्रहीत पाया गया, जिसमें जिला प्रशासन तथा आपूर्ति एवं विपणन शाखा के केन्द्र, तहसील, जनपद व मण्डल स्तर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा निर्देशों की अवहेलना तथा पदीय दायित्वों का ठीक से निर्वहन न करने का प्रमाण मिला है।
प्रकरण संज्ञान में आने पर स्थानीय व राज्य मुख्यालय स्तर से जांच करायी गयी थी। इस प्रकरण में भारत सिंह केन्द्र विपणन निरीक्षक, झांझरी व महेश प्रसाद पूर्ति निरीक्षक तहसील तरबगंज को पूर्व में निलम्बित किया जा चुका था। इसके अलावा, सम्भागीय खाद्य नियंत्रक देवीपाटन राजेश कुमार, केके सिंह, सम्भागीय खाद्य विपणन अधिकारी देवीपाटन तथा सत्येन्द्र कुमार सिंह उपायुक्त खाद्य के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई प्रस्तावित की गयी।
बता दें सीएम योगी ने बुधवार को भी एक्शन लिया था। मंत्री अनुपमा जायसवाल के दोनों पीएस हटाए गए, निजी सचिव राजकुमार,अजीत जायसवाल हटाए गए, बेसिक शिक्षा मंत्री के निजी स्टाफ में बड़ा बदलाव किया गया।