यूपी में ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं जिनमें पुलिस की संवेदनहीनता व निर्दोषों पर उनकी बर्बरता साफ देखी गई है। इनमें अगर हाल ही के कुछ मामलों की व्याख्या करें तो कन्नौज में सौरिख के ग्राम नगला भारा में पुलिस की पिटाई से ओम प्रकाश नामक शख्स की मौत हो गई थी। तो वहीं मथुरा में एनकाउंटर को दौरान हुई अंधाधुं फायरिंग से एक नाबालिग युवक की मौत हो गई। फेहरिस्त लंबी है और सभी मामलों ने राजनीतिक रूप भी लिया। लेकिन इन सबके बीच पुलिस की संवेदनहीनता जमकर सामने आई।
सहारनपुर मामले में जो वीडियो वायरल हुआ उसने तो इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया। पुलिस की मदद न मिलने से सड़क हादसे में घायल दो नाबालिगों की मौत से परिजन तो बेहद नाराज ही हैं, वहीं आम जनता भी दोषियों के खिलाफ रोड पर उतर आई है। सीएम द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप करने से पीड़ित परिजनों में न्याय की आस जगी है।
गौरतलब है कि सीओ की रिपोर्ट आने के बाद बर्खास्तगी तक की कार्रवाई करने पर विचार किया जा सकता है। आपको बता दें कि गुरुवार देर रात सड़क हादसे में दो नाबालिग बच्चों ने पुलिसकर्मियों के सामने सड़क पर तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया था। पुलिस ने दोनों को अपनी गाड़ी से हॉस्पिटल पहुंचाना इसलिए मुनासिब नहीं समझा क्योंकि उन्हें सरकारी गाड़ी के गंदे हो जाने का डर था।