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सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, अफसरों को दिए निर्देश

locationलखनऊPublished: Jul 26, 2020 04:29:45 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

– बाढ़ से कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट- कई ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट और शॉर्ट ओरिजिनेट करने का भी फैसला किया गया

सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, अफसरों को दिए निर्देश

सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, अफसरों को दिए निर्देश

लखनऊ. रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गोरखपुर स्थित सहजनवां क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने और इसमें किसी भी तरह की कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और उन्हें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निपटने के निर्देश भी दिए।
63 गांव बाढ़ से प्रभावित

मुख्यमंत्री ने कहा कि 63 गांव बाढ़ से प्रभावित पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैने संत कबीर नगर और गोरखपुर के आसपास के क्षेत्रों का जायजा लिया है। इन क्षेत्रों में स्थिति खराब है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने और जरूरी सामानों की आपूर्ति कराने के निर्देश दिए।उन्होंने बढ़े हुए जलस्तर के निरीक्षण के बाद बाढ़ खंड व सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी बंधे सुरक्षित रहे, कोई भी बंधा टूटने न पाए।उन्होंने कहा कि इसके लिए तटबंधों की निरंतर निगरानी की जाए, साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि नावों की समुचित व्यवस्था की जाए ताकि लोगों के पलायन करने की स्थिति में कोई परेशानी न हो।
तेजी से बड़ रही राप्ती नदी

बीते दिनों हुई भारी बारिश से गोरखपुर में राप्ती नदी खतरे के निशाने पर आ गई है। जलस्तर खतरे के बिंदु से एक मीटर छह सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। इससे आसपास रहने वाले लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। बाढ़ की चपेट में गोरखपुर के 63 गांव आ गए हैं। इन गांवों में पानी फैल रहा है जिससे ग्रामीणों को दिक्कत हो रही है। जिला प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए 126 नावें लगा दी हैं। राप्ती-रोहिन और सरयू नदी पहले ही खतरे का निशान पार कर चुकी हैं। गोर्रा नदी भी खतरे का निशान पार कर चुकी है। यहां खतरे का निशान 74.98 मीटर है। नदियों का रौद्र रूप देखते हुए मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण कर अधिकारियों को बाढ़ से निपटने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। कई स्थानों पर बंधों में रिसाव हो रहा था जिसे अधिकारियों ने बंद कराया। कुछ स्थानों पर रेन कट और रैटहोल मिले जिसे भरवा दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी 86 बाढ़ चौकियों पर जिम्मेदारों को सतर्क रहने को कहा है।
बाढ़ से कई ट्रेनें डायवर्ट

बाढ़ के कारण कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। दरअसल, जलस्तर बढ़ने से कई पुल टूट गए हैं। ऐसे में संचालन अस्त व्यस्त हो गया है। रेलवे ने सप्तक्रांति एक्सप्रेस स्पेशल व सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस स्पेशल सहित कई ट्रेनें डायवर्ट कर दी हैं। इसी तरह कई अन्य ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट और शॉर्ट ओरिजिनेट करने का भी फैसला किया गया है। नदी के बाढ़ का पानी पुल के गाडर को छूने लगा है जिसके कारण रेल परिचालन बंद किए जाने से कुछ ट्रेनों के रूट को डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं कुछ ट्रेनों का आंशिक समापन समस्तीपुर स्टेशन पर किया गया है। दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन संख्या 02565 बिहार सम्पर्क क्रांति, ट्रेन संख्या 04649 जयनगर से अमृतसर सरयू यमुना एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 01062 दरभंगा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल पवन एक्सप्रेस को डायवर्ट कर दरभंगा से वाया सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर होकर चलाया जा रहा है।
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