जानिए- दिवाली पर अयोध्या को कौन सा गिफ्ट देने जा रहे हैं सीएम योगी?
इसलिए जुड़ाव महसूस करते हैं कोरियनदक्षिण कोरियाई इतिहासकार इर्यान ने ‘साम्गुक युसा’ नामक पुस्तक में कोरिया और अयोध्या के रिश्तों के बारे में लिखा है। उनके मुताबिक, लगभग 48 ईसा पूर्व अयोध्या की राजकुमारी सूरी रत्ना नौकायन के दौरान दक्षिण कोरिया पहुंच गई थीं। उन दिनों कोरिया में ‘काया’ राजवंश का शासन था और किम सुरो वहां का राजा था, जिससे राजकुमारी हौ को प्रेम हो गया और दोनों वैवाहिक बंधन में बंधन गए थे। उस वक्त राजकुमारी सूरी रत्ना 16 वर्ष की थीं।
इसलिए अयोध्या से जुड़ाव महसूस करते हैं लाखों कोरियाई, जानें- रानी सूरीरत्ना का इंडिया कनेक्शन
छह देशों की रामलीला का मंचनअयोध्या में वैसे तो छह देशों की रामलीला का मंचन होगा, लेकिन यहां पहली बार रूसी रामलीला देखने को मिलेगी। तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम में रूस के अलावा कम्बोडिया, श्रीलंका, लाओस, त्रिनिदाद, इंडोनेशिया की भी रामलीला बुलाई गई है। छोटी दीपावाली के दिन यानी 6 नवम्बर को भगवान श्रीराम की जिंदगी से जुड़े 15 रथों की भव्य झांकी भी निकाली जाएगी। साथ ही तीन लाख से ज्यादा दीप जलाकर अयोध्यावासी इस दीपोत्सव को ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ दर्ज कराने की तैयारी में हैं। इसके अलावा 6 नवम्बर को राज्य सरकार के बुलावे पर आये देश-विदेश के अतिथियों का जमावड़ा दीपोत्सव कार्यक्रम में चार चांद लगा देगा। 6 नवम्बर को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में भव्य राम प्रतिमा बनाने का ऐलान कर सकते हैं।
सत्ता में आने के बाद से योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या की दिवाली को व्यापक स्तर पर मना रही है। पिछले साल (2017) दीपावली पर अयोध्या का सरयू तट दीपों से जगमगा उठा था। खुद सीएम योगी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस बार भी अयोध्या के दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए राज्य सरकार ने पूरी तैयारियां की हैं। मुख्य कार्यक्रम स्थल सरयू तट के किनारे स्थित राम की पैड़ी परिसर को और भव्य बनाया गया है। इस दिवाली पूरी अयोध्या विदेशी मेहमानों से गुलजार होगी।